नागौर. जसवंतगढ़ थाने में तैनात कांस्टेबल विजय सिंह चौधरी को अजमेर एसीबी की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. नागौर जिला पुलिस के बेल्ट नंबर 414 कांस्टेबल ने डोडा पोस्त मामले में 50 हजार रुपए घूस मांगी थी.
मामले की जानकारी अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो तक पहुंच गई. इसके बाद एसीबी की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए बुधवार को घूसखोर कांस्टेबल विजय को डीडवाना में जाल बिछाकर ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया. अजमेर एंटी करप्शन ब्यूरो को परिवादी बिदासर के रहने वाले मनोज कुमार ने रिपोर्ट दी कि 5 महीने पहले विजय और अन्य कांस्टेबलों ने उसकी कार मांगकर ले गए थे. देवाराम ने उसमें डोडा पोस्त के लिए कार का इस्तेमाल करते वक्त नाकाबंदी में कार से चालक देवाराम से पचास किलो डोडा पोस्त बरामद किया था.
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कांस्टेबल उस वक्त 5 लाख रुपए रिश्वत की मांग कर रहा था. लेकिन ढाई लाख रुपए में सौदा तय होता है और 1 लाख उन्होंने मौके पर ही ले लिए थे. वाहन के मालिक मनोज कुमार से डेढ़ लाख रुपए की लगातार डिमांड कर रहे थे. 50 हजार रुपये कुछ दिन पहले परिवादी मनोज कुमार के शोरूम पर जाकर उन्होंने प्राप्त कर लिए. उसके बाद 1 लाख के लिए लगातार व्हाट्सएप फोन के जरिए उसे परेशान कर रहे थे. आखिरकार एसीबी अजमेर को शिकायत की और एसीबी अजमेर की विशेष टीम ने रंगे हाथों कांस्टेबल विजय सिंह चौधरी को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया.
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जानकारी के मुताबिक विजय कुमार चौधरी हनुमानगढ़ जिले के रावतसर तहसील के हमीर डेसर गांव का रहने वाला है. साल 2019 से नागौर जिले के जसवंतगढ़ थाने में तैनात है. मामले की जानकारी मिलने पर नागौर एसपी डॉ. विकास पाठक ने भी तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.