नागौर. जिले में बिना प्रशासनिक अनुमति के ग्राम पंचायतों में इन दिनों हाई मास्ट लाइट लगाई जा रही है. मूंडवा पंचायत समिति और खींवसर की 3 पंचायतों में हाई मास्क लाइट लगाने के मामले सामने आए हैं. खींवसर पंचायत समिति की 3 ग्राम पंचायतों द्वारा मास्क लाइट लगाने पर जिला परिषद के सीईओ ने 3 ग्राम सेवकों को 17 सीसी के तहत नोटिस जारी कर के कारण बताने के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार पंचायती राज अधिनियम के तहत ग्राम पंचायतों में रोशनी के तहत लाइट लगाने का प्रावधान है. इसके तहत गांव की गलियों में स्ट्रीट लाइट लगाई जा सकती है. पिछले कुछ समय से ग्राम पंचायतों में हाई मास्क लाइट लगाई जा चुकी है. इसकी जिला सतर्कता समिति में शिकायत मिलने पर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने इसके लिए एक कमेटी का गठन किया, जिसमें तकनीकी अधिकारी के साथ विद्युत विभाग को शामिल किया गया.
एफएफसी-एसएफसी योजना में जारी 3 ग्राम पंचायतों में हाई मास्क लाइट लगाने के लिए सॉफ्टवेयर पर निविदा अपलोड की गई थी. विकास अधिकारी ने पांचलासीधा आकला पिपलीया ग्राम पंचायत में लाखों की हाई मास्क लाइट लगाने के लिए रोक लगाने के जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखा था. जिला परिषद के सीईओ जावहार चौधरी ने नाराजगी जताते हुए विकास अधिकारी को तुरंत प्रभाव से ग्राम पंचायतों के ग्राम सेवकों को नोटिस जारी करने के दिशा निर्देश जारी किए हैं.
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ग्रामीण इलाकों में ग्राम पंचायतों द्वारा हाई मास्क लाइट लगाने के लगातार मामले सामने आने के बाद जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने जिला सतर्कता समिति की बैठक में प्रकरण दर्ज करके हाई लेवल कमेटी से जांच के आदेश दिए हैं.