नागौर. दीपावली के मौके पर आमजन को सुरक्षित खाद्य पदार्थ मुहैया करवाने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत गठित जांच दल ने आज मेड़ता रोड और गोटन कस्बे में पहुंचकर सर्वे और सैंपल लेने की कार्रवाई की है.
इस अभियान के तहत गठित जांच दल ने गुरुवार को गोटन में कई दुकानों से मावे के सैंपल लिए. इसके बाद जांच दल मेड़ता रोड पहुंचा. जांच दल ने वहां भी सर्वे और सैंपल लेने की कार्रवाई की. मेड़ता रोड पर स्थित एक मिठाई की दुकान से पनीर के और एक किराना स्टोर से बेसन के नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाए.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश जांगिड़ ने बताया है कि जांच में नमूने गुणवत्तायुक्त नहीं पाए जाने पर संबंधित विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जांच दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश जांगिड़, प्रवर्तन अधिकारी देवाराम सारण, विधिक माप विज्ञान अधिकारी सुरेश कुमार और डेयरी के प्रतिनिधि विनय कुमार शामिल रहे.
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नागौर जिले में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के नोडल अधिकारी एडीएम मनोज कुमार ने बताया है कि सरकार के निर्देश पर 26 अक्टूबर को शुरू हुआ. यह अभियान 14 नवंबर तक चलेगा. उनका कहना है कि इस बार इस अभियान के तहत मिलावटखोरों के बारे में सही जानकारी देने वालों को 51 हजार रुपए का नकद पुरस्कार देने का प्रावधान किया गया है.
भीलवाड़ा में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत कार्रवाई...
कपड़ा नगरी भीलवाड़ा में प्रदेश सरकार की ओर से चलाए जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत 26 अक्टूबर से 9 नवंबर तक 50 सैंपल लिए गए हैं. जिसमें से 15 दिन में 19 की जांच रिपोर्ट चिकित्सा विभाग को मिल गई है. इनमें से 8 मिलावट वाले नमूने फेल हो चुके हैं. वहीं मिलावटखोरों के खिलाफ चालान बना कोर्ट में प्रकरण पेश किया जाएगा.
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुस्ताक खान के अनुसार 19 सैंपल की रिपोर्ट अजमेर लैब से आ चुकी है. इनमें 8 सैंपल फेल मिले हैं. साथ ही कुछ संस्थानों के सैंपल सब स्टैंडर्ड पाए गए हैं. सीएमएचओ के अनुसार इनके खिलाफ चालान बना कोर्ट में प्रकरण पेश किया जाएगा.