नागौर. जिले में पिछले 5 दिनों से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले में अब यह आंकड़ा बढ़कर 907 पर पहुंच गया है. ऐसे में शुक्रवार को नागौर कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के निर्देश पर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग सीएमएचओ ने सभी चिकित्सकों से रैंडम सैंपल को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की.
पिछले हफ्ते भर में मिले सर्वाधिक संक्रमित मरीज नागौर, मेड़ता, मकराना और नावा से हैं. वहीं हैदराबाद इलाके से आए नागौर शहर, ताऊसर गांव, चेनार इलाके में फिर से कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. जिले के ग्रामीण इलाके जायल तहसील के खियाबास और डीडवाना तहसील के मडुकूपूरा में कोरोना संक्रमित नए मरीज सामने आए हैं.
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कोरोना वायरस के उपचार में जुटे चिकित्सकों का कहना है कि प्रवासी के आने के बाद नागौर शहर की आम जनता एक बार फिर से अपने बचाव और सावधानी को नजरअंदाज कर रही है, जिससे संक्रमण बढ़ रहा है. अब सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन का पालन करना अति आवश्यक है.
मेड़ता क्षेत्र में कोरोना वायरस अधिक मरीज पाए जाने के बाद इसके संक्रमण की रोकथाम को लेकर नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के निर्देश अनुसार चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सघन हेल्थ स्कैनिंग से लेकर वार्ड वार और प्रत्येक घर से रैंडम सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया है. मेड़ता सिटी के वार्ड नंबर 1 और वार्ड नंबर 2 से 400 सैंपल लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
नागौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुकुमार कश्यप का कहना है कि नागौर जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों का आंकड़ा अब 907 तक पहुंच चुका है. अब एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 263 तक पहुंचा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 29 हजार 326 सैंपल लिए है. अब तक 629 मरीज अस्पताल आइसोलेशन से ठीक होकर घर लौट चुके हैं.
नागौर शहर के गांधी चौक स्थित सब्जी विक्रेता कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सब्जी मंडी, दूध और मिठाई व्यापारियों के साथ सैलून संचालकों के भी सैंपल लेने के आदेश के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया गया है.
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चिकित्सा विभाग की टीमों के साथ जिले के सभी उपखंड अधिकारी होम क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों का वेरिफिकेशन कर रहे है. ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा विभाग के कर्मचारी से होम क्वॉरेंटाइन लोगों का वेरिफिकेशन करवाया जा रहा है. नागौर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के चिकित्सकों, आशा कार्यकर्ता, सहायिका के साथ-साथ स्थानीय वालंटियर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक आयोजित हुई.