नागौर. अजमेर संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक आज दूसरे दिन भी नागौर के दौरे पर रहीं. अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक ने खींवसर में अधिकारियों की बैठक ली और राजकीय अस्पताल का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने महामारी कोविड-19 से लोगों को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. साथ ही अस्पताल में मरीजों को समुचित इलाज और मूलभूत सुविधाओं के विकास पर जोर दिया.
इससे पहले संभागीय आयुक्त ने भुंडेल ग्राम पंचायत के निम्बोला गांव की राजकीय माध्यमिक स्कूल में जनसुनवाई की. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी समस्याएं बताई और इनके निराकरण की मांग की. सरपंच धर्मेंद्र गौड़ ने गांव में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार की जरूरत बताते हुए कहा कि गांव में बैंक की शाखा नहीं होने से ग्रामीणों को जरूरत पड़ने पर 17 किमी दूर भेड़ या गुढ़ाभगवानदास गांव जाना पड़ता है.
इसके साथ ही उन्होंने स्कूलों के लिए जमीन का आवंटन करने, पेयजल समस्या का निस्तारण करने, श्मशान के लिए जमीन का आवंटन करने और माध्यमिक स्कूल को उच्च माध्यमिक स्कूल में क्रमोन्नत करने की भी मांग की है. संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक ने ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण करने का भरोसा दिलाया और विभागीय अधिकारियों को समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
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आज संभागीय आयुक्त ने खरनाल गांव में वीर तेजाजी के मंदिर में दर्शन कर दौरे की शुरुआत की है. यहां वीर तेजाजी पैनोरमा में पौधरोपण भी किया है. इसके बाद वे सिणोद और भाकरोद गांव पहुंची. जहां लोगों ने उनका सम्मान किया और अपनी समस्याएं बताई। यहां भी ग्रामीणों को उन्होंने समस्याएं दूर करने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी, एडीएम मनोज कुमार, जिला परिषद के सीईओ जवाहर चौधरी, खींवसर एसडीएम राजकेश मीना, विकास अधिकारी वेदप्रकाश शर्मा और तहसीलदार रुघाराम सैन आदि मौजूद रहे.