कोटा. लॉकडाउन में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत जब्त बाइक को छुड़ाने के लिए एक बार फिर युवक टावर पर चढ़ गया. यह युवक 3 दिन पहले भी इसी तरह से टावर पर चढ़ गया था. जिसको पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद नीचे उतारा था. हालांकि उसकी गाड़ी मोटर व्हीकल एक्ट 207 में जब्त है. जिसके कागज भी लेकर वह नहीं जा पा रहा है. इसके चलते उसका व्हीकल नहीं छूट रहा है.
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सोमवार को इसी मांग को लेकर वह दोबारा केशवपुरा राम जानकी मंदिर के पास स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गया और काफी हंगामा किया. जिसके बाद महावीर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और युवक से समझाइश की. यहां तक कि पुलिस ने उसे नीचे उतारने के लिए नई मोटरसाइकिल दिलाने तक की बात कह दी. लेकिन वह अपनी पुरानी मोटरसाइकिल को ही छुड़ाने की जिद करता रहा. आखिर में थाने से जब्त की गई बाइक जीप में रख मौके पर लाई गई. तब जाकर युवक नीचे उतरा, लेकिन पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान बड़ी संख्या में तमाशबीन लोग मौके पर एकत्रित हो गए.
एसएचओ राजेंद्र कमांडो ने बताया कि युवक दीपक पांचाल आदतन अपराधी है. पहले से उसके 12 मुकदमे पंजीबद्ध हैं. लंबे समय बाद वह जेल से छूटकर आया था, जेल में भी हड़ताल और लड़ाई झगड़े करना उसका आम रवैया था. करीब डेढ़ महीने पहले उसकी बाइक जब्त हुई थी. वह लॉकडाउन में मोटरसाइकिल पर बिना हेलमेट, मास्क लगाए जा रहा था. बाइक छुड़ाने के लिए अब पुलिस वाले उसे आरसी और कागज लाने का कह रहे हैं. लेकिन दीपक पांचाल का कहना है कि मेरे घरवाले मुझे लाइसेंस और आरसी नहीं दे रहे. इसके चलते गाड़ी नहीं छूट रही है.
एसएचओ ने बताया कि दीपक बार-बार मोबाइल टावर पर चढ़कर पुलिस पर प्रेशर बनाने की कोशिश करता है. ताकि पुलिस ऐसे ही गाड़ी छोड़ दे. कल कोई और अपराधी भी इस तरह की हरकत कर सकता है, यह बिल्कुल गलत है. प्रभावी कार्रवाई की जाएगी, जहां मानवता की बात है पब्लिक के साथ हैं. इस तरह के न्यूसेंस करने की वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. जिस का प्लॉट है, उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. जिस कंपनी का टावर है उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि उन्होंने बिना लॉकिंग के ही टॉवर को छोड़ दिया.