कोटा. शहर के अनंतपुरा स्थित नालन्दा अकेडमी में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ. मानसिक रोग विभाग के चिकित्सकों ने बच्चों से इस संदर्भ में कई सवाल पूछे. और इसके साथ ही बच्चों को मानसिक तनाव से दूर रहने की बारे में बताया. इस कार्यक्रम में बच्चों से सवाल का जवाब देने पर मनोरोग चिकित्सको ने इनाम भी दिया.
गुरुवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर शहर में कई कार्यक्रम हुए. वहीं कोटा में एक निजी स्कूल में मानसिक रोग विभाग के कई डाक्टरों ने बच्चों को मानसिक तनाव से दूर रहने के बारे में बताया. होप एंड सोसाइटी के अध्यक्ष डॉक्टर एम.एल.अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. वर्ल्ड पेटरेशन मेन्टल हेल्थ इसको पूरे विश्व में 1992 से बराबर मनाती है. प्रत्येक वर्ष एक थीम देती है जो पूरे विश्व मे एक जुट होकर कार्य किया जाता है जिससे मानसिक स्वास्थ्य का प्रमोशन हो सके.
पढ़ें: जोधपुर: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
इस कार्यक्रम में डॉ.एम एल अग्रवाल, डॉ.अविनाश बंसल, स्काउट व होप सोसाइटी सदस्य यगदत्त हाड़ा, डॉ नीना विजयवर्गीय, डॉ. नसीम और स्कुल संचालक शशांक विजयवर्गीय मौजूद रहे.
बाड़मेर में भी कार्यशाला का आयोजन
बाड़मेर में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस और विश्व दृष्टि दिवस पर कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी के निर्देशन में जिला स्वास्थ्य भवन में किया गया. कार्यशाला के दौरान एडीजी सुनील कुमार जैन, स्पेशल एससी-एसटी कोर्ट एडीजे विनीता सिंह, सीजेम राजकुमार चौहान, जेएम सिद्धार्थ, शंकर शर्मा ,उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य डॉक्टर पी सी दीपन, मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी डूडी उपस्थित रहे. कार्यशाला के दौरान मनोरोग विविध की विस्तार से जानकारी दी गई.
इस दौरान डॉ ओपी डूडी ने मैं जानकारी देते हुए कहा कि मानसिक रोग के उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती होने पर पूर्ण जांच मनोचिकित्सा दवाई एवं योग ध्यान आहार व्यायाम आदि के माध्यम से रोगों को दूर किया जा सकता है.
अलवर में चिकित्सकों ने दिया संदेश
अलवर जिले में भी गुरुवार को विश्व मानसिक रोग दिवस के अवसर पर लोगों को अपनी दिनचर्या बदल कर तनाव से मुक्त करने का डॉक्टरों की ओर से संदेश दिया गया. मनोरोग चिकित्सक सुमित मित्तल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आजकल हर तीसरा और चौथा व्यक्ति मानसिक रोग से पीड़ित होने लगा है.
पढ़ें: विश्व मानसिक दिवसः मानसिक रोग से ग्रसित मरीजों की संख्या में हर साल हो रही बढ़ोत्तरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को मनोरोग से बचाने के लिए आह्वान किया है. अन्यथा अगले कुछ सालों में लोग अपनी दिनचर्या की वजह से अनेक तरह के फोबिया और मानसिक बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त परिवार के विघटन के बाद से मानसिक रोग लोगों में बढ़ते तनाव की वजह से बड़े हैं.