कोटा. जिले की चंबल नदी में हो रही गंदगी को हटाने के लिए शहर की विभिन संस्थाए बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही है. इसी कड़ी में रविवार को ओपन यूनिवर्सिटी और एनसीसी कैडेट्स के साथ एक निजी संस्था ने मिलकर चंम्बल के किनारे बने भीतरिया कुंड के घाट की सफाई की. साथ ही यह शपथ ली कि चंम्बल को साफ रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे. जिससे शहर को स्वच्छ पानी मिल सके और शहर साफ-सुथरा नजर आए.
बता दें कि शहर में स्थित एक निजी संस्थान कई समय से चंम्बल को शुद्ध रखने के लिए इसमे सफाई अभियान चला रही है. जिसमें रविवार को ओपन यूनिवर्सिटी और एनसीसी के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भीतरिया कुंड में चंम्बल के किनारे बने घाट की सफाई की और वहां जमी गंदगी को साफ किया. इसके अलावा लोगों को नदी में कचरा नहीं फेंकने के लिए भी प्रेरित किया. इस अवसर पर वर्धमान खुला विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि चंम्बल नदी और शहर में सफाई अभियान चलाकर यह संस्था सराहनीय कार्य कर रही है.
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उन्होंने कहा कि नदी में जो गंदगी दिख रही है वह एक दिन का की गंदगी से नहीं हुआ है. इसलिए इसको एक दिन में साफ नही किया जा सकता. इसके लिए हमारी यूनिवर्सिटी हमेशा इस संस्था के साथ रहेगी और इसके साथ ही यूनिवर्सिटी में केमिकल, जूलॉजी डिपार्टमेंट पानी के ऊपर तैर रही तेलीय गंदगी पर रिसर्च करेगी और इसको साफ करने का हल निकालेगी. जिले की निजी संस्था के डॉ.सुधीर गुप्ता के नेतृत्व में कई कार्यकर्ता, एनसीसी के छात्र-छात्राओं और ओपन यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने मिलकर करीब तीन घंटे अभियान चलाकर दो टन कचरा नदी में से निकाला.