रामगंजमंडी (कोटा). जिले के मध्य प्रदेश बॉर्डर के नजदीक स्थित उंडवा गांव में एक 50 वर्षीय भाई और मामा की हत्या बहन, भांजे व उसके रिश्तेदारों ने कर दी. चचेरी बहन, भांजा और उसके अन्य रिश्तेदारों ने जमीनी विवाद को लेकर हमला किया. यह हमला पत्थर और डंडों से किया गया है. हमले में पीड़ित की मौके पर ही मौत हो गई.
मृतक बाला राम गुर्जर है. घटना की सूचना के बाद गुरुवार सुबह पुलिस मौके पर पहुंची है और उन्होंने कुछ आरोपियों को हिरासत में भी लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर शव को मोर्चरी में रखवाया है. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
2 सालों से जमीनी विवाद के चलते लड़ाई झगड़े
मामले के अनुसार उंडवा गांव निवासी बालाराम गुर्जर गांव के ही बॉर्डर पर बने हुए अपने बाड़े में सोता था. इस बाड़े के नजदीक उसके चाचा का भी घर है. जिसके बेटा नहीं होने पर बेटियों को ही रखा हुआ है. वहां पर बालाराम की चचेरी बहन, उसका बेटा और अन्य रिश्तेदार रहती है. जबकि बालाराम का रिहायशी मकान गांव में अलग जगह पर है, जहां पर उसके सभी परिजन सोते हैं. दोनों परिवारों के बीच बीते 2 सालों से जमीनी विवाद को लेकर लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं. दोनों परिवारों के बीच कई बार आपसी कहासुनी भी हई, लेकिन ग्रामीणों के ही समझाइश कर देने पर मामला नहीं बिगड़ा.
पत्थर और डंडों से किया हमला
बुधवार देर रात को इसी विवाद के चलते बाला राम गुर्जर पर सोते समय ही हमला कर दिया. जिसमें पत्थर और डंडों से उसके साथ मारपीट की गई और उसे वैसा ही छोड़कर आ गए. सुबह जब बालाराम का बेटा देवकरण दूध निकालने के लिए वहां पहुंचा, तो मृत पिता को देखकर उसकी चीख निकल गई. इस दौरान उसकी बुआ और उसके रिश्तेदार मौके पर वापस आए. जिन्होंने देवकरण से भी मारपीट शुरू कर दी जिसके बाद पूरा गांव एकत्रित हो गया और पुलिस भी मौके पर पहुंची.