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कोटा: चंबल में बजरी माफियाओं का बोलबाला, रोजाना दो हजार ट्रॉली अवैध बजरी का परिवहन

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Published : Feb 13, 2020, 10:44 AM IST

कोटा में एसीबी ने बुधवार को वन विभाग के दो गार्डों पर कार्रवाई की. जिसके बाद अवैध बजरी से जुड़ा बड़ा खुलासा सामने आया है. खनन माफिया धड़ल्ले से चंबल का सीना चलनी कर रहे हैं और जिम्मेदार कार्रवाई करने के बजाय जेब भरने में जुटे है. जानकारी सामने आई है कि खनन माफिया चंबल से रोजाना औसतन दो हजार ट्रॉली से ज्यादा अवैध बजरी निकाल रहे है.

Two thousand illegal gravel trolley, दो हजार अवैध बजरी ट्रॉली, कोटा की खबर, kota news
कोटा में अवैध बजरी का खनन

कोटा. चंबल घड़ियाल सेंचुरी में करीब 70 किमी लंबे इलाके में सालों से खुलेआम अवैध खनन हो रहा है. पुलिस से लेकर राजस्व, वन और खनन विभाग तक के अफसर सारी खबर होने के बावजूद आंखे मूंदे बैठा है. बुधवार को एसीबी की टीम ने खनन माफियाओं और जिम्मेदारों की मिलीभगत की पोल खोलकर रख दी. खनन माफिया चंबल से रोजाना औसतन दो हजार ट्रॉली से ज्यादा अवैध बजरी निकाल रहे हैं.

कोटा में अवैध बजरी का खनन

एसीबी के एएसपी चंद्रशील ने भी माना की अवैध बजरी का कारोबार करने वालों का बोलबाला है. इसमें कई विभाग के कर्मचारियों की मिलिभगत से यह काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि घाघटना चौकी के पास से रोज दो हजार से ज्यादा अवैध बजरी का खनन हो रहा है. इसका सत्यापन किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है. अवैध बजरी खनन घड़ियाल सेंचुरी में लगे अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से यह सब काम हो रहा है.

पढ़ेंः रिश्वतखोर फॉरेस्ट गार्ड और कैटल गार्ड गिरफ्तार, राष्ट्रीय घड़ियाल सेंचुरी में करा रहे थे अवैध खनन

एएसपी चंद्रशील ने बताया कि घाघटना चौकी पर तीन फॉरेस्ट गार्ड और एक वनपाल तैनात है. एसीबी ने जब इस इलाके की रेकी की तो उन्होंने अवैध खनन कर बजरी से भरी ट्रालियां इसी चौकी के सामने से जाती देखी. जिसके एवज में खनन माफियाओं से बंधी ली जा रही थी. एसीबी की टीम जब घाघटना तक पहुंची तो वहां बजरी निकालने में जुटी 35 से ज्यादा नावों और करीब 70-75 ट्रैक्टर ट्रॉलियों को देखकर चौंक गए.

कोटा. चंबल घड़ियाल सेंचुरी में करीब 70 किमी लंबे इलाके में सालों से खुलेआम अवैध खनन हो रहा है. पुलिस से लेकर राजस्व, वन और खनन विभाग तक के अफसर सारी खबर होने के बावजूद आंखे मूंदे बैठा है. बुधवार को एसीबी की टीम ने खनन माफियाओं और जिम्मेदारों की मिलीभगत की पोल खोलकर रख दी. खनन माफिया चंबल से रोजाना औसतन दो हजार ट्रॉली से ज्यादा अवैध बजरी निकाल रहे हैं.

कोटा में अवैध बजरी का खनन

एसीबी के एएसपी चंद्रशील ने भी माना की अवैध बजरी का कारोबार करने वालों का बोलबाला है. इसमें कई विभाग के कर्मचारियों की मिलिभगत से यह काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि घाघटना चौकी के पास से रोज दो हजार से ज्यादा अवैध बजरी का खनन हो रहा है. इसका सत्यापन किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है. अवैध बजरी खनन घड़ियाल सेंचुरी में लगे अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से यह सब काम हो रहा है.

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एएसपी चंद्रशील ने बताया कि घाघटना चौकी पर तीन फॉरेस्ट गार्ड और एक वनपाल तैनात है. एसीबी ने जब इस इलाके की रेकी की तो उन्होंने अवैध खनन कर बजरी से भरी ट्रालियां इसी चौकी के सामने से जाती देखी. जिसके एवज में खनन माफियाओं से बंधी ली जा रही थी. एसीबी की टीम जब घाघटना तक पहुंची तो वहां बजरी निकालने में जुटी 35 से ज्यादा नावों और करीब 70-75 ट्रैक्टर ट्रॉलियों को देखकर चौंक गए.

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