कोटा. लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ हुई हिंसक झड़प में तीन दिन पहले शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को गुरुवार को न्यू सर्राफा मार्केट में सर्राफा व्यापारियों ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर व्यापारियों और कर्मचारियों ने चीनी सामानों के बहिष्कार करने का भी संकल्प लिया.
इस दौरान कोटा के श्री सर्राफा बोर्ड की ओर से आयोजित इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र गोयल विचित्र और सचिव विवेक कुमार जैन ने कहा, चीन की इस हरकत से देशवासियों में गुस्सा भरा हुआ है. उन्होंने कहा कि हम सर्राफा व्यवसायी भारत सरकार से मांग करते हैं कि चाइना से व्यापारिक संबंध खत्म करे.
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सुरेंद्र गोयल विचित्र ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना होगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक चीन में बने सामानों का बहिष्कार कर लोकल प्रोडक्ट खरीदने का संकल्प ले और व्यापारी भी इसे बेचना बंद कर दे. विचित्र ने कहा कि हम बॉर्डर पर तो नहीं जा सकते, लेकिन सीमा पर तैनात जवानों के साथ ही हम देश के अंदर चीनी उत्पादों का बॉयकॉट करते हुए उसके खिलाफ आर्थिक युद्ध में योगदान देकर भारत को विजय दिला सकते हैं.
इस दौरान श्री सर्राफ व्यापार संघ ने शपथ ली कि चाइनीज चीजों का बहिष्कार कर उपयोग में नहीं लिया जाएगा. संस्था के पूर्व अध्यक्ष आनंद राठी ने बताया, कि भारतीय सेना को ललकारना चीन की बड़ी भूल है. उन्होंने कहा कि उसकी इस कायरता पूर्ण कार्रवाई का मोदी सरकार को बदला लेना चाहिए, जिससे फिर कभी चीन हमारे देश पर आंख उठाकर नहीं देख सके. उन्होंने कहा कि हर भारतवासी को चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की जरूरत है.
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर श्री सर्राफा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कैलाश अग्रवाल, रामस्वरूप गोयल, उपाध्यक्ष सुशील लोहिया, संयुक्त सचिव दीपक मेवाड़ा, कार्यकारिणी सदस्य राधेश्याम मित्तल, महेंद्र सोनी, योगेश सोनी कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश सोनी, स्वर्ण रजत कला उत्थान समिति के अध्यक्ष रमेश सोनी, थोक सर्राफा विक्रेता व्यवसायिक संघ के अध्यक्ष अरुण जैन, उपसचिव नरेन्द्र जैन एवं रामपुरा सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष भगवान लड्डा, सचिव लेखराज गौतम, सर्राफा मुनीम संघ के अध्यक्ष ओम नागर सहित कई व्यापारी उपस्थित थे.