कोटा. जिले का राष्ट्रीय दशहरा मेला अपना 126 वर्ष इस साल पूरा करेगा, जिसमें 101 फीट ऊंचा रावण बनाया जा रहा है. बता दें कि कोटा नगर निगम के भाजपा बोर्ड का इस वर्ष अंतिम दशहरा मेला है. मेला अधिकारी और मेला समिति के सदस्य दशहरे मेले को भव्यता प्रदान करने में जुटे हुए हैं. रावण के कुनबे को इस बार तैयार करने के लिए दिल्ली एनसीआर से रावण और उसके परिवार का कुनबा बनाने के लिए अनीस अहमद पहली बार कोटा आए हैं. उन्होंने दिल्ली में ही अभी तक रावण बनाए हैं.
कारीगर अनीस अहमद का कहना है कि रावण का कुनबा लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह दशहरा मेला आयुवध होता जा रहा है उसी तरह इस बार रावण का भी कद पहले से काफी बड़ा है. कारीगर ने कहा कि इस बार रावण के पुतले की लंबाई भी बढ़ाई गई है, जो कि 101 फीट होगी.
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रावण के पुतले का निर्माण कर रहे दिल्ली एनसीआर के कारीगर ने बताया कि पुतले बनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि वह पहली बार कोटा वासियों को अपने कारीगरी से खुश करने की कोशिश में लगे हुए हैं. कारीगर ने कहा कि इस बार रावण का पुतला गर्दन घुमाएगा, आंखे झपकाएगा और साथ ही मुंह खोलकर अठ्ठाहस भी करेगा. रावण का पुतला 30 तारीख तक बन कर तैयार हो जाएगा.
फ्लोरोसेंट कलर युक्त अबरी का किया जाएगा इस्तेमाल
कारीगर ने बताया कि रावण के पुतले के निर्माण के लिए पांच सौ से एक हजार के करीब बास, मैदा की 300 किलो की लई, साथ में सूत 25 किलो और दो क्विंटल सुतली के साथ-साथ कलरफुल अबरी और 400 क्विंटल की रद्दी इसमें प्रयोग की जा रही है. रावण के पुतले के लिए लॉरेंस कलर युक्त अबरी का इस्तेमाल किया जाएगा.
बाढ़ में ढह गया था पंडाल
अनीस अहमद का कहना है कि12 सितंबर को आंधी और तेज पानी में पंडाल गिर जाने से करीब 60 फीसदी काम हो गया काम पंडाल गिरने से खराब हो गया. उन्होंने कहा कि फिर से काम शुरू कर हमने रावण के कुनबे बनाकर तैयार किए हैं और अब करीब 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है.