कोटा. बिजली उपभोग के मामले में कोटा संभाग में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली की खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो बिजली कंपनियों ने 599 लाख यूनिट कि खरीद कम की है. वहीं कोटा शहर में उपभोक्ता तो बढ़े हैं पर बिजली का उपभोग 329 लाख यूनिट कम हुआ है.
पूरे देश में मंदी का माहौल है, ऑटो मोबाइल सेक्टर से लेकर टेक्सटाइल उद्योग हो या रियल स्टेट सभी जगह मंदी से सुस्ती नजर आ रही है. लेकिन कोटा संभाग में भी बिजली उपभोग के मामले में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली का खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो 599 लाख यूनिट कि खरीद बिजली कंपनियों ने कम की है.
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साल 2018 अप्रैल से दिसंबर महीने में 5 हजार 929 लाख यूनिट बिजली जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कोटा संभाग के शहरी क्षेत्र यानी नगर निगम, परिषद व पालिका क्षेत्रों के लिए खरीदी थी. इस साल 2019 में इसी पीरियड में 5 हजार 330 यूनिट की बिजली जेवीवीएनएल ने खरीदी है.
कोटा में कम हुई 366 लाख यूनिट की खरीद...
पूरे कोटा जिले की बात की जाए तो कोटा शहर के साथ कैथून, इटावा, रामगंजमंडी और सांगोद के नगर पालिका क्षेत्र में 1960 लाख यूनिट की खरीद जेवीवीएनएल साल 2018 में की थी. जबकि इस साल यह खरीद घटकर 1 हजार 594 लाख यूनिट रह गई है. ऐसे में 366 लाख यूनिट की कम बिजली खरीदी गई है.
केवल झालावाड़ जिले की खरीद बढ़ी...
कोटा संभाग में बारां जिले की बात की जाए तो वहां पर 26 लाख यूनिट की खरीद कम हुई है. बूंदी जिले की बात की जाए तो 227 लाख यूनिट की खरीद में कमी आई है. जबकि झालावाड़ जिले में खरीद 20 लाख यूनिट बढ़ गई है.
कोटा में उपभोक्ता बढ़ें, उपभोग कम हुआ...
कोटा शहर में जहां पर साल 2018 अप्रैल में 2 लाख 12 हजार उपभोक्ता थे. ये साल 2019 में बढ़कर 2 लाख 16 हो गए हैं. ऐसे में 4 हजार उपभोक्ता बढ़ गए हैं, लेकिन बिजली का उपभोग कोटा शहर में 329 लाख यूनिट कम हुआ है. साल 2018 में जहां अप्रैल से नवंबर माह में 1 हजार 315 लाख यूनिट का उपभोग कोटा शहर में हुआ था. यह साल 2019 में इसी पीरियड में कम होकर 986 लाख यूनिट रह गया है.
महज 1 फीसदी से भी कम मिल रही है सोलर से बिजली...
कोटा शहर की बात की जाए तो बिजली उपभोक्ताओं ने सोलर पैनल अपने घर, ऑफिस और संस्थानों में स्थापित किए हैं. ऐसे में इनसे महज कोटा शहर में 1 फीसदी से भी कम ही बिजली का उत्पादन उपभोक्ता कर रहे हैं. जिसका या तो वे उपभोग कर लेते हैं या फिर केईडीएल को सौंप देते हैं. निजी बिजली कंपनी केईडीएल को जिन उपभोक्ताओं ने सोलर प्लांट लगाए हुए हैं.
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उनसे भी बिजली मिल रही है. यह बिजली करीब 5 लाख यूनिट उन्हें मिल रही है. जबकि कोटा में पिछले साल 2019-20 में 985 लाख यूनिट बिजली का उपभोग हुआ है.
एक अप्रैल से नवंबर महीने तक संभाग के शहरी एरिया में बिजली खरीद...
शहर | 2018 में बिजली खरीद (यूनिट लाख में) | 2019 में बिजली खरीद | अंतर |
कोटा | 1315 | 986 | 329 |
इटावा | 111 | 101 | 10 लाख यूनिट कम |
कैथून | 167 | 159 | 8 लाख यूनिट कम |
रामगंजमंडी | 212 | 239 | 27 लाख यूनिट ज्यादा |
सांगोद | 155 | 109 | 46 लाख यूनिट कम |
कुल | 1960 | 1594 | 366 लाख यूनिट कम |
एक अप्रैल से दिसंबर महीने तक जिलों के शहरी एरिया में बिजली खरीद
बारां जिला
बारां | 667 | 658 | 9 लाख यूनिट कम |
अंता | 128 | 94 | 34 लाख यूनिट कम |
मांगरोल | 86 | 106 | 20 लाख यूनिट ज्यादा |
छबड़ा | 208 | 205 | 3 लाख यूनिट कम |
कुल | 1089 | 1063 | 26 लाख यूनिट कम |
बूंदी जिला
बूंदी | 880 | 696 | 184 लाख यूनिट कम |
केशोरायपाटन | 175 | 132 | 43 लाख यूनिट कम |
कापरेन | 71 | 75 | 4 लाख यूनिट ज्यादा |
लाखेरी | 107 | 107 | कोई अंतर नहीं |
इंदरगढ़ | 38 | 28 | 10 लाख यूनिट कम |
नैनवां | 94 | 100 | 6 लाख यूनिट ज्यादा |
कुल | 1365 | 1138 | 227 लाख यूनिट कम |
झालावाड़ जिला
झालावाड़ | 515 | 624 | 109 लाख यूनिट ज्यादा |
झालरापाटन | 389 | 340 | 49 लाख यूनिट कम |
अकलेरा | 130 | 146 | 16 लाख यूनिट ज्यादा |
भवानीमंडी | 432 | 373 | 59 लाख यूनिट कम |
पिड़ावा | 49 | 52 | 3 लाख यूनिट ज्यादा |
कुल | 1515 | 1535 | 20 लाख यूनिट ज्यादा |