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स्पेशल: मंदी की मार का असर हाड़ौती में बिजली की खरीद पर, एक रिपोर्ट...

कोटा के बिजली विभाग पर भी देश में चल रही मंदी का असर साफ तौर पर देखा जा सकता है. जिसके चलते सामने आए आंकड़ों के अनुसार बिजली कंपनियों ने साल 2018-19 में 599 लाख यूनिट की कम बिजली की खरीद की है.

राजस्थान न्यूज, electricity department of Kota, rajasthan news, कोटा न्यूज
कोटा में बिजली खरीद पर मंदी की मार
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Published : Feb 5, 2020, 10:43 AM IST

Updated : Feb 5, 2020, 12:32 PM IST

कोटा. बिजली उपभोग के मामले में कोटा संभाग में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली की खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो बिजली कंपनियों ने 599 लाख यूनिट कि खरीद कम की है. वहीं कोटा शहर में उपभोक्ता तो बढ़े हैं पर बिजली का उपभोग 329 लाख यूनिट कम हुआ है.

कोटा में बिजली खरीद पर मंदी की मार

पूरे देश में मंदी का माहौल है, ऑटो मोबाइल सेक्टर से लेकर टेक्सटाइल उद्योग हो या रियल स्टेट सभी जगह मंदी से सुस्ती नजर आ रही है. लेकिन कोटा संभाग में भी बिजली उपभोग के मामले में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली का खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो 599 लाख यूनिट कि खरीद बिजली कंपनियों ने कम की है.

यह भी पढ़ें. नई कृषि कनेक्शन नीति का मसौदा तैयार, अब सरकार को लेना है फैसला

साल 2018 अप्रैल से दिसंबर महीने में 5 हजार 929 लाख यूनिट बिजली जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कोटा संभाग के शहरी क्षेत्र यानी नगर निगम, परिषद व पालिका क्षेत्रों के लिए खरीदी थी. इस साल 2019 में इसी पीरियड में 5 हजार 330 यूनिट की बिजली जेवीवीएनएल ने खरीदी है.

कोटा में कम हुई 366 लाख यूनिट की खरीद...

पूरे कोटा जिले की बात की जाए तो कोटा शहर के साथ कैथून, इटावा, रामगंजमंडी और सांगोद के नगर पालिका क्षेत्र में 1960 लाख यूनिट की खरीद जेवीवीएनएल साल 2018 में की थी. जबकि इस साल यह खरीद घटकर 1 हजार 594 लाख यूनिट रह गई है. ऐसे में 366 लाख यूनिट की कम बिजली खरीदी गई है.

केवल झालावाड़ जिले की खरीद बढ़ी...

कोटा संभाग में बारां जिले की बात की जाए तो वहां पर 26 लाख यूनिट की खरीद कम हुई है. बूंदी जिले की बात की जाए तो 227 लाख यूनिट की खरीद में कमी आई है. जबकि झालावाड़ जिले में खरीद 20 लाख यूनिट बढ़ गई है.

कोटा में उपभोक्ता बढ़ें, उपभोग कम हुआ...

कोटा शहर में जहां पर साल 2018 अप्रैल में 2 लाख 12 हजार उपभोक्ता थे. ये साल 2019 में बढ़कर 2 लाख 16 हो गए हैं. ऐसे में 4 हजार उपभोक्ता बढ़ गए हैं, लेकिन बिजली का उपभोग कोटा शहर में 329 लाख यूनिट कम हुआ है. साल 2018 में जहां अप्रैल से नवंबर माह में 1 हजार 315 लाख यूनिट का उपभोग कोटा शहर में हुआ था. यह साल 2019 में इसी पीरियड में कम होकर 986 लाख यूनिट रह गया है.

महज 1 फीसदी से भी कम मिल रही है सोलर से बिजली...

कोटा शहर की बात की जाए तो बिजली उपभोक्ताओं ने सोलर पैनल अपने घर, ऑफिस और संस्थानों में स्थापित किए हैं. ऐसे में इनसे महज कोटा शहर में 1 फीसदी से भी कम ही बिजली का उत्पादन उपभोक्ता कर रहे हैं. जिसका या तो वे उपभोग कर लेते हैं या फिर केईडीएल को सौंप देते हैं. निजी बिजली कंपनी केईडीएल को जिन उपभोक्ताओं ने सोलर प्लांट लगाए हुए हैं.

यह भी पढ़ें. मैं हूं 292 साल से विरासत को संजोए रखने वाला जयपुर...यूं ही नहीं मिल गया वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा

उनसे भी बिजली मिल रही है. यह बिजली करीब 5 लाख यूनिट उन्हें मिल रही है. जबकि कोटा में पिछले साल 2019-20 में 985 लाख यूनिट बिजली का उपभोग हुआ है.

एक अप्रैल से नवंबर महीने तक संभाग के शहरी एरिया में बिजली खरीद...


शहर
2018 में बिजली खरीद (यूनिट लाख में) 2019 में बिजली खरीद अंतर
कोटा 1315 986 329
इटावा 111 101 10 लाख यूनिट कम
कैथून 167 159 8 लाख यूनिट कम
रामगंजमंडी 212 239 27 लाख यूनिट ज्यादा
सांगोद 155 109 46 लाख यूनिट कम
कुल 1960 1594 366 लाख यूनिट कम

एक अप्रैल से दिसंबर महीने तक जिलों के शहरी एरिया में बिजली खरीद

बारां जिला

बारां

667 658 9 लाख यूनिट कम
अंता 128 94 34 लाख यूनिट कम
मांगरोल 86 106 20 लाख यूनिट ज्यादा
छबड़ा 208 205 3 लाख यूनिट कम
कुल 1089 1063 26 लाख यूनिट कम

बूंदी जिला

बूंदी 880 696 184 लाख यूनिट कम
केशोरायपाटन 175 132 43 लाख यूनिट कम
कापरेन 71 75 4 लाख यूनिट ज्यादा
लाखेरी 107 107 कोई अंतर नहीं
इंदरगढ़ 38 28 10 लाख यूनिट कम
नैनवां 94 100 6 लाख यूनिट ज्यादा
कुल 1365 1138 227 लाख यूनिट कम

झालावाड़ जिला

झालावाड़ 515 624 109 लाख यूनिट ज्यादा
झालरापाटन 389 340 49 लाख यूनिट कम
अकलेरा 130 146 16 लाख यूनिट ज्यादा
भवानीमंडी 432 373 59 लाख यूनिट कम
पिड़ावा 49 52 3 लाख यूनिट ज्यादा
कुल 1515 1535 20 लाख यूनिट ज्यादा

कोटा. बिजली उपभोग के मामले में कोटा संभाग में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली की खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो बिजली कंपनियों ने 599 लाख यूनिट कि खरीद कम की है. वहीं कोटा शहर में उपभोक्ता तो बढ़े हैं पर बिजली का उपभोग 329 लाख यूनिट कम हुआ है.

कोटा में बिजली खरीद पर मंदी की मार

पूरे देश में मंदी का माहौल है, ऑटो मोबाइल सेक्टर से लेकर टेक्सटाइल उद्योग हो या रियल स्टेट सभी जगह मंदी से सुस्ती नजर आ रही है. लेकिन कोटा संभाग में भी बिजली उपभोग के मामले में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली का खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो 599 लाख यूनिट कि खरीद बिजली कंपनियों ने कम की है.

यह भी पढ़ें. नई कृषि कनेक्शन नीति का मसौदा तैयार, अब सरकार को लेना है फैसला

साल 2018 अप्रैल से दिसंबर महीने में 5 हजार 929 लाख यूनिट बिजली जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कोटा संभाग के शहरी क्षेत्र यानी नगर निगम, परिषद व पालिका क्षेत्रों के लिए खरीदी थी. इस साल 2019 में इसी पीरियड में 5 हजार 330 यूनिट की बिजली जेवीवीएनएल ने खरीदी है.

कोटा में कम हुई 366 लाख यूनिट की खरीद...

पूरे कोटा जिले की बात की जाए तो कोटा शहर के साथ कैथून, इटावा, रामगंजमंडी और सांगोद के नगर पालिका क्षेत्र में 1960 लाख यूनिट की खरीद जेवीवीएनएल साल 2018 में की थी. जबकि इस साल यह खरीद घटकर 1 हजार 594 लाख यूनिट रह गई है. ऐसे में 366 लाख यूनिट की कम बिजली खरीदी गई है.

केवल झालावाड़ जिले की खरीद बढ़ी...

कोटा संभाग में बारां जिले की बात की जाए तो वहां पर 26 लाख यूनिट की खरीद कम हुई है. बूंदी जिले की बात की जाए तो 227 लाख यूनिट की खरीद में कमी आई है. जबकि झालावाड़ जिले में खरीद 20 लाख यूनिट बढ़ गई है.

कोटा में उपभोक्ता बढ़ें, उपभोग कम हुआ...

कोटा शहर में जहां पर साल 2018 अप्रैल में 2 लाख 12 हजार उपभोक्ता थे. ये साल 2019 में बढ़कर 2 लाख 16 हो गए हैं. ऐसे में 4 हजार उपभोक्ता बढ़ गए हैं, लेकिन बिजली का उपभोग कोटा शहर में 329 लाख यूनिट कम हुआ है. साल 2018 में जहां अप्रैल से नवंबर माह में 1 हजार 315 लाख यूनिट का उपभोग कोटा शहर में हुआ था. यह साल 2019 में इसी पीरियड में कम होकर 986 लाख यूनिट रह गया है.

महज 1 फीसदी से भी कम मिल रही है सोलर से बिजली...

कोटा शहर की बात की जाए तो बिजली उपभोक्ताओं ने सोलर पैनल अपने घर, ऑफिस और संस्थानों में स्थापित किए हैं. ऐसे में इनसे महज कोटा शहर में 1 फीसदी से भी कम ही बिजली का उत्पादन उपभोक्ता कर रहे हैं. जिसका या तो वे उपभोग कर लेते हैं या फिर केईडीएल को सौंप देते हैं. निजी बिजली कंपनी केईडीएल को जिन उपभोक्ताओं ने सोलर प्लांट लगाए हुए हैं.

यह भी पढ़ें. मैं हूं 292 साल से विरासत को संजोए रखने वाला जयपुर...यूं ही नहीं मिल गया वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा

उनसे भी बिजली मिल रही है. यह बिजली करीब 5 लाख यूनिट उन्हें मिल रही है. जबकि कोटा में पिछले साल 2019-20 में 985 लाख यूनिट बिजली का उपभोग हुआ है.

एक अप्रैल से नवंबर महीने तक संभाग के शहरी एरिया में बिजली खरीद...


शहर
2018 में बिजली खरीद (यूनिट लाख में) 2019 में बिजली खरीद अंतर
कोटा 1315 986 329
इटावा 111 101 10 लाख यूनिट कम
कैथून 167 159 8 लाख यूनिट कम
रामगंजमंडी 212 239 27 लाख यूनिट ज्यादा
सांगोद 155 109 46 लाख यूनिट कम
कुल 1960 1594 366 लाख यूनिट कम

एक अप्रैल से दिसंबर महीने तक जिलों के शहरी एरिया में बिजली खरीद

बारां जिला

बारां

667 658 9 लाख यूनिट कम
अंता 128 94 34 लाख यूनिट कम
मांगरोल 86 106 20 लाख यूनिट ज्यादा
छबड़ा 208 205 3 लाख यूनिट कम
कुल 1089 1063 26 लाख यूनिट कम

बूंदी जिला

बूंदी 880 696 184 लाख यूनिट कम
केशोरायपाटन 175 132 43 लाख यूनिट कम
कापरेन 71 75 4 लाख यूनिट ज्यादा
लाखेरी 107 107 कोई अंतर नहीं
इंदरगढ़ 38 28 10 लाख यूनिट कम
नैनवां 94 100 6 लाख यूनिट ज्यादा
कुल 1365 1138 227 लाख यूनिट कम

झालावाड़ जिला

झालावाड़ 515 624 109 लाख यूनिट ज्यादा
झालरापाटन 389 340 49 लाख यूनिट कम
अकलेरा 130 146 16 लाख यूनिट ज्यादा
भवानीमंडी 432 373 59 लाख यूनिट कम
पिड़ावा 49 52 3 लाख यूनिट ज्यादा
कुल 1515 1535 20 लाख यूनिट ज्यादा
Intro:कोटा संभाग में भी बिजली उपभोग के मामले में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली का खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो 599 लाख यूनिट कि खरीद बिजली कंपनियों ने कम की है. बीते वर्ष 2018 अप्रैल से दिसंबर महीने में 5929 लाख यूनिट बिजली जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कोटा संभाग के शहरी क्षेत्र यानी नगर निगम, परिषद व पालिका क्षेत्रों के लिए खरीदी थी, इस साल 2019 में इसी पीरियड में 5330 यूनिट की बिजली जेवीवीएनएल ने खरीदी है.




Body:कोटा.
पूरे देश में मंदी का माहौल है. ऑटोमोबाइल सेक्टर से लेकर टेक्सटाइल उद्योग हो या रियल स्टेट सभी जगह मंदी का सुस्तीवाडा नजर आता है, लेकिन कोटा संभाग में भी बिजली उपभोग के मामले में मंदी की मार देखने को मिल रही है. संभाग में बिजली का खरीद बीते वित्तीय वर्ष के अपेक्षा में इस साल बिजली का उपभोग कम हो गया है. पूरे संभाग की बात की जाए तो 599 लाख यूनिट कि खरीद बिजली कंपनियों ने कम की है. बीते वर्ष 2018 अप्रैल से दिसंबर महीने में 5929 लाख यूनिट बिजली जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कोटा संभाग के शहरी क्षेत्र यानी नगर निगम, परिषद व पालिका क्षेत्रों के लिए खरीदी थी, इस साल 2019 में इसी पीरियड में 5330 यूनिट की बिजली जेवीवीएनएल ने खरीदी है.

कोटा में कम हुई 366 लाख यूनिट की खरीद
पूरे कोटा जिले की बात की जाए तो कोटा शहर के साथ कैथून, इटावा, रामगंजमंडी और सांगोद के नगर पालिका क्षेत्र में 1960 लाख यूनिट की खरीद जेवीवीएनएल वर्ष 2018 में की थी जबकि इस साल यह खरीद घटकर 1594 लाख यूनिट रह गई है ऐसे में 366 लाख यूनिट की कम बिजली खरीदी गई है.

केवल झालावाड़ जिले की खरीद बढ़ी
कोटा संभाग में बारां जिले की बात की जाए तो वहां पर 26 लाख यूनिट की खरीद कम हुई है, बूंदी जिले की बात की जाए तो 227 लाख यूनिट की खरीद में कमी आई है. जबकि झालावाड़ जिले में खरीद 20 लाख यूनिट बढ़ गई है.

कोटा में उपभोक्ता बढ़ें, उपभोग कम हुआ
कोटा शहर में जहां पर वर्ष 2018 अप्रैल में 212000 उपभोक्ता थे यह वर्ष 2019 में बढ़कर 216000 हो गए हैं ऐसे में 4000 उपभोक्ता बढ़ गए हैं, लेकिन बिजली का उपभोग कोटा शहर में 329 लाख यूनिट कम हुआ है. वर्ष 2018 में जहां अप्रैल से नवंबर माह में 1315 लाख यूनिट का उपभोग कोटा शहर में हुआ था, यह वर्ष 2019 में इसी पीरियड में कम होकर 986 लाख यूनिट रह गया है.

महज 1 फीसदी से भी कम मिल रही है सोलर से बिजली
कोटा शहर की बात की जाए तो बिजली उपभोक्ताओं ने सोलर पैनल की अपने घर, ऑफिस और संस्थानों में स्थापित किए हैं. ऐसे में इनसे महज कोटा शहर में 1 फ़ीसदी से भी कम ही बिजली का उत्पादन उपभोक्ता कर रहे हैं. जिसका या तो वे उपभोग कर लेते हैं या फिर केईडीएल को सौंप देते हैं. निजी बिजली कंपनी केईडीएल को जिन उपभोक्ताओं ने सोलर प्लांट लगाए हुए हैं. उनसे भी बिजली मिल रही है. यह बिजली करीब 5 लाख यूनिट उन्हें मिल रही है. जबकि कोटा में वर्ष पिछले साल वर्ष 2019 - 20 में 985 लाख यूनिट बिजली का उपभोग हुआ है.


Conclusion:एक अप्रैल से दिसम्बर तक संभाग के शहरी एरिया में बिजली खरीद
शहर- बिजली खरीद 2018 - 2019 (लाख यूनिट में) - अंतर

कोटा जिला
कोटा - 1315- 986 (अप्रैल से नवंबर माह तक)
इटावा - 111 - 101 - 10 लाख यूनिट कम
कैथून - 167 - 159 - 8 लाख यूनिट कम
रामगंजमंडी - 212 - 239 - 27 लाख यूनिट ज्यादा
सांगोद - 155 - 109 - 46 लाख यूनिट कम
कुल - 1960 - 1594 - 366 लाख यूनिट कम

बारां जिला
बारां - 667 - 658 - 9 लाख यूनिट कम
अंता - 128 - 94 - 34 लाख यूनिट कम
मांगरोल - 86 - 106 - 20 लाख यूनिट ज्यादा
छबड़ा - 208 - 205- 3 लाख यूनिट कम
कुल - 1089 - 1063 - 26 लाख यूनिट कम


बूंदी जिला
बूंदी - 880 - 696 - 184 लाख यूनिट कम
केशोरायपाटन - 175 - 132 - 43 लाख यूनिट कम
कापरेन - 71 - 75 - 4 लाख यूनिट ज्यादा
लाखेरी - 107 - 107- कोई अंतर नहीं
इंदरगढ़ - 38 - 28 - 10 लाख यूनिट कम
नैनवा - 94 - 100 - 6 लाख यूनिट ज्यादा
कुल - 1365 - 1138 - 227 लाख यूनिट कम

झालावाड़ जिला
झालावाड़ - 515 - 624 - 109 लाख यूनिट ज्यादा
झालरापाटन - 389 - 340 - 49 लाख यूनिट कम
अकलेरा - 130 - 146 - 16 लाख यूनिट ज्यादा
भवानीमंडी - 432 - 373 - 59 लाख यूनिट कम
पिड़ावा - 49- 52 - 3 लाख यूनिट ज्यादा
कुल - 1515 - 1535 - 20 लाख यूनिट ज्यादा


बाइट-- क्षेमराज मीणा, मुख्य अभियंता, जेवीवीएनएल कोटा
Last Updated : Feb 5, 2020, 12:32 PM IST
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