कोटा. शहर के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला राज्य स्तर से लेकर देश भर में जमकर उठाया. इसके बाद में एक मुद्दा यह भी सामने आया कि प्रदेश के अस्पतालों में चाइनीज उपकरण की सप्लाई होती रही है. जिनको दुरुस्त करवाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है.
ऐसे में अब चिकित्सा मंत्री के निर्देश पर कोटा मेडिकल कॉलेज के तीनों अस्पतालों जेकेलोन, एमबीएस और नए अस्पताल में चाइनीज उपकरणों की खरीद से संबंधित जांच की जा रही है. अस्पताल में कौन-कौन से चाइनीज उपकरण है. इस संबंध में पूरी सूची तैयार की जा रही है. जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा ने कहा कि उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वह चाइनीज उपकरणों की सूची तैयार कर ले, ताकि उसे मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भेजी जा सके. ऐसा ही एमबीएस और नए अस्पताल में भी शुरू हो गया है.
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दुरुस्त करवा रहे हैं उपकरण
डॉ. दुलारा ने कहा कि जब से उन्होंने कार्य संभाला है पीडियाट्रिक विभाग के खराब उपकरणों को लगातार ठीक करवाया जा रहा है. जिनमें वेंटीलेटर दुरुस्त करवाएं हैं. इन्फ्यूजन पंप स्टोर में से शिशु रोग विभाग के चिकित्सकों को उपलब्ध करवा दिए हैं. 28 नेबुलाइजर और पांच नए पल्स ऑक्सीमीटर भी उपलब्ध करवाए हैं. सिविल वर्क करवाकर खिड़कियों को पूरी तरह से बंद करवा दिया था कि मरीजों और बच्चों को ठंडी हवा परेशान नहीं करें.
ठीक नहीं हो रहा है उनको कंडम करवाएंगे
अस्पताल अधीक्षक डॉ दुलारा ने कहा कि कई उपकरण ऐसे हैं जिनको उनकी कंपनी के कार्मिक ही सही कर पाते हैं. उनके पार्ट्स नहीं मिल पाते हैं. स्पेसिफिकेशन कंपनी वालों के पास ही रहता है. ऐसे में जो उपकरण ठीक नहीं हो पाएंगे या फिर ज्यादा पुराने हैं, उनको कंडम करवाने का कार्य भी किया जाएगा. इसमें वेंटिलेटर भी शामिल है. कई वेंटिलेटर ऐसे हैं. जिनमें सुधार होने की गुंजाइश कम है. वे काफी पुराने हो चुके हैं या फिर नए उपकरण से ज्यादा उनमें खर्चा हो रहा है.