कोटा. कोटा विश्वविद्यालय की ओर से 12 मार्च को घोषित किए गए एलएलबी फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर के रिजल्ट को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. रिजल्ट में बड़ी संख्या में बून्दी लॉ कॉलेज के स्टूडेंट फेल हो गए तो परीक्षा परिणामों को लेकर सवाल उठने लगे स्टूडेंट्स ने आरोप जड़ा है कि यूनिवर्सिटी की ओर से पहले परीक्षा आयोजित करने को लेकर उन्हें अधर झूल में रखा गया और उसके बाद कम नंबर देकर उनका भविष्य पर दांव लगा दिया.
उन्होंने आरोप जड़ा कि विश्वविद्यालय के कारण उनके कॉलेज का रिजल्ट मात्र 28 फीसदी रहा. परीक्षा परिणाम में संशोधन और परिणाम दोबारा जारी करने की मांग को लेकर बूंदी के राजकीय विधि महाविद्यालय के आक्रोशित छात्रों ने कोटा विश्वविद्यालय पर प्रदर्शन करके विरोध जताया.
छात्र नेता हेमंत मालव के नेतृत्व में पहुंचे इन छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. प्रवीण भार्गव से भी मुलाकात की और विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपकर छात्रों के हित में परिणाम संशोधित करने की अपील की. ज्ञापन लेने के बाद परीक्षा नियंत्रक भार्गव ने उन्हें नियमों के अनुसार कदम उठाने का आश्वासन दिया है.
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प्रदर्शनकारी छात्र हेमंत मालव ने बताया कि बूंदी गवर्नमेंट कॉलेज में 127 स्टूडेंट का परिणाम ऐसा है आया है कि सभी चौक गए. 35 स्टूडेंट को भी पास किया गया है. बाकी सभी स्टूडेंट को प्रॉपर्टी लॉ सब्जेक्ट में फेल कर दिया गया है और एक ही सब्जेक्ट में सभी स्टूडेंट के अंक कम आए हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की कॉपियो की दोबारा जांच करें और दोबारा परिणाम जारी करें ताकि छात्रों को राहत मिल सके.