कोटा: अफगानिस्तान में Taliban Returns की चर्चा चौतरफा है. कोटा में भी अपना भविष्य संवारने आए अफगानी स्टूडेंट्स डरे सहमे हैं. लगातार अपने परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रहें हैं और मदद की अपील भारत सरकार से भी कर रहे हैं.
तालिबान ने 'आम माफी' का ऐलान किया, सरकार में शामिल होने की महिलाओं से अपील
तालिबानियों ने जिस तरह अपनी हुकूमत अफगानिस्तान में जमा ली है उसने पूरे विश्व में फैले अफगानियों को खौफजदा कर दिया है. अफगानिस्तान से हजारों किलोमीटर दूर बैठे अफगानी स्टूडेंट्स के दिलो-दिमाग पर भी तालिबान की दहशत का साया साफ दिख रहा है. कोटा में रह रहे विद्यार्थी तालिबान का कब्जा होने के बाद से डरे सहमे हैं. कोटा के निजी विश्वविद्यालय में अफगानिस्तान के करीब एक दर्जन से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं.
लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं: अफगानी मोहम्मद इदरीश कहते हैं- वहां पर पूरी तरह से डर का माहौल है. अभी लोग वहां अफगानिस्तान छोड़कर बाहर जाना चाहते हैं. मेरे परिजन घरों में ही कैद हैं. लगातार तालिबान 20 साल से वहां पर सत्ता हथियाने की कोशिश कर रहा था. इसी के चलते लोग वहां पर डरे हुए हैं.
हम परिवार से सम्पर्क में हैं: स्टूडेंट्स का कहना है कि वह अपने परिजनों से लगातार संपर्क में है. उन्होंने भी काबुल एयरपोर्ट की तस्वीरें देखी हैं जिससे वो खौफ के साए में जी रहे हैं. अफगानिस्तान के ही मोहम्मद हारुन का कहना है कि उनके मुल्क में लोगों को अपनी जान का खतरा लग रहा है. इसी के चलते वे डरे हुए हैं.
तालिबान से बचने के लिए किसी भी तरह से बहुत देश छोड़कर भागने के लिए तैयार है. तालिबानी जल्द ही इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान बनाना चाह रहे हैं. इन छात्रों का कहना है कि उनका अंतिम वर्ष इस साल है. यह पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद वापस अफगानिस्तान ही जाएंगे, लेकिन अब वहां के हालात देखकर डर लग रहा है.
बताया जा रहा है कि तालिबान 2 से 3 दिनों में अपनी नई कैबिनेट बना लेगा उसके बाद ही तस्वीर कुछ हद तक साफ होगी. हालांकि तालिबान ने मंगलवार को पूरे अफानिस्तान में 'आम माफी' की घोषणा की और महिलाओं से उसकी सरकार में शामिल होने का आह्वान किया. इसके साथ ही तालिबान ने काबुल में उत्पन्न संशय की स्थिति को शांत करने की कोशिश है जहां एक दिन पहले उसके शासन से बचने के लिए भागने की कोशिश कर रहे लोगों की वजह से हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला था.