कोटा. नीट यूजी 2022 परीक्षा में हुए हंगामे के बाद जेईई मेन 2022 परीक्षा के जुलाई सेशन में भी विद्यार्थियों ने (Mismanagement in JEE MAIN 2022) कंप्यूटर बंद होने की शिकायत की है. इस संबंध में अभ्यर्थियों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को मेल के जरिए शिकायत भी दी है. जिसमें उन्होंने परीक्षा के दौरान हुई गड़बड़ी के कारण कई प्रश्न छूटने का हवाला दिया है और परीक्षा दोबारा करवाने की मांग की है.
इसमें एक मामला 27 जुलाई को रानपुर स्थित गुरुकुल इंस्टीट्यूट परीक्षा देने गई आरना श्रीवास्तव का है. उसके पिता अजय व मां अनामिका श्रीवास्तव ने इस संबंध में शिकायत गुरुकुल इंजीनियरिंग एंड टेक्निकल कॉलेज रानपुर और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को दी है. इसमें बताया है कि कंप्यूटर बंद होने के चलते अभ्यर्थी को परीक्षा के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा, वहीं उसे अतिरिक्त समय नहीं दिया गया जिससे कई प्रश्न छूट गए. इस शिकायत में उन्होंने बताया है कि कंप्यूटर पर क्वेश्चन ठीक से स्क्रोल नहीं हो रहे थे, क्योंकि कंप्यूटर सिस्टम में फॉल्ट था.
इसी तरह से 25 जुलाई को दूसरी शिफ्ट में परीक्षा देने गए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी आशीष जायसवाल ने भी इसी तरह की शिकायत की है. उसका कहना है कि परीक्षा देते हुए करीब 35 मिनट हुए थे, इस दौरान सभी बच्चों का सर्वर 5 मिनट के अंतराल के लिए चला गया. इसकी शिकायत करने पर सभी स्टूडेंट्स को बैठा दिया गया और वेट करने के लिए कहा गया. करीब आधे घंटे बाद सभी ने दोबारा लॉगिन किया.
आशीष ने बताया कि इसमें सभी स्टूडेंट्स का पेपर जहां से बंद हुए थे, वहां से ही शुरू हुए. लेकिन उनके सॉल्व क्वेश्चन से मार्क भी हट गए. जिसके कारण उनका काफी समय चला गया और काफी प्रश्न भी छूट गए. हालांकि इस पूरे परीक्षा का सीसीटीवी से मॉनिटरिंग किया जा रहा है. जिसमें कोई विद्यार्थी शिकायत करता है, तो फूटेज देखकर उसकी शिकायत का निदान किया जा सकता है. ऐसे में जब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को इस तरह से शिकायत की गई है, तो संभवत है सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग देख कर छात्रों को राहत मिल सकती है.
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बच्चे तुरंत करें शिकायत, मौके ओर टीम करेगी सॉल्व: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कोटा सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ प्रदीप सिंह गौड़ का कहना है बच्चों को कोई भी तकलीफ होती है, तब काफी बड़ी टीम सेंटर पर काम कर रही है. इन समस्या का समाधान तुरंत ही होता है, बच्चा समय से कोई बात नहीं बताएगा तो उसका निवारण नहीं होगा. एग्जाम खत्म होने के बाद यह नहीं कहा जा सकता कि उसका सिस्टम नहीं चल रहा है. सभी बच्चों को हिदायत है कि कोई कम्प्यूटर सिस्टम में गड़बड़ है, तो तुरंत रिपोर्ट उसे करना चाहिए, तो उस पर एक्शन लिया जा सके.