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वसुंधरा राजे ने जयपुर में मंदिर तुड़वाए, तब धर्मगुरु रैली निकालने नहीं आए: शकुंतला रावत

प्रदेश की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत का अलवर के राजगढ़ स्थित मंदिर तोड़ने के मामले पर कहना है कि जब वसुंधरा राजे सिंधिया ने जयपुर में मंदिर तुड़वाए थे, तब एक धर्मगुरु रैली निकालने नहीं आया था. भारतीय जनता पार्टी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करती (Shakuntala Rawat targets BJP on Alwar temple demolition) है. उन्होंने कोयला संकट को लेकर केंद्र सरकार पर सौतेले व्यवहार का आरोप लगाया.

वसुंधरा राजे ने जयपुर में मंदिर तुड़वाए, तब धर्मगुरु रैली निकालने नहीं आए: शकुंतला रावत
Shakuntala Rawat targets BJP on Alwar temple demolition
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Published : Apr 30, 2022, 6:27 PM IST

Updated : Apr 30, 2022, 6:53 PM IST

कोटा. प्रदेश की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत का अलवर के राजगढ़ स्थित मंदिर तोड़ने के मामले में कहना है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में मंदिर तुड़वाए थे, तब एक भी धर्मगुरु ने रैली नहीं निकाली थी. असल में भारतीय जनता पार्टी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करती (Shakuntala Rawat targets BJP on Alwar temple demolition) है. महंगाई से जनता का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी भड़काऊ धार्मिक आंदोलन कर रही है. उन्होंने कोयला संकट को लेकर केंद्र सरकार पर सौतेले व्यवहार का आरोप लगाया.

मीडिया से बातचीत में रावत ने अलवर के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि जब वसुंधरा राजे सिंधिया ने जयपुर में मंदिर तुड़वाएं थे, तब एक धर्मगुरु रैली निकालने नहीं आया था. भारतीय जनता पार्टी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट के बाद ऐसी योजनाएं प्रदेश में लागू हुई हैं, जिनसे भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा आलोचना के लिए नहीं बचा है. भारत सरकार आए दिन महंगाई बढ़ा रही है. उसे छुपाने और ध्यान हटाने के लिए के लिए ये भड़काऊ धार्मिक आंदोलन कर रहे हैं.

वसुंधरा राजे ने जयपुर में मंदिर तुड़वाए, तब धर्मगुरु रैली निकालने नहीं आए: शकुंतला रावत

पढ़ें: राजगढ़ मंदिर तोड़ने के विवाद में भाजपा समिति ने सौंपी अपनी रिपोर्ट, सांसद सुमेधानंद ने डोटासरा-गहलोत पर साधा निशाना...

भारत सरकार के दबाव में कोल कंपनियां नहीं दे रहीं कोयला: रावत ने कहा कि भारत सरकार प्रदेश की कांग्रेस सरकार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. जल जीवन मिशन हो या अन्य सामाजिक कल्याण की योजनाएं, इनमें अनुदान नहीं दिया जा रहा था. जल जीवन मिशन में राजस्थान की भौगोलिक और वर्तमान स्थिति को देखते हुए 100 फीसदी अनुदान दिया जा सकता था. जबकि केंद्रीय मंत्री भी राजस्थान से ही हैं. उन्होंने बिजली संकट पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया (Shakuntala Rawat on coal crisis in Rajasthan) है.

पढ़ें: राजगढ़ मंदिर तोड़ने का मामला: भाजपा ने कहा-सरकार का चेहरा हुआ बेनकाब, राजगढ़ विधायक के खिलाफ भी होनी चाहिए कार्रवाई

उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन में डेकोरेटेड लाइटों को बंद करके चलाया जा रहा है. मैंने भी ऊर्जा मंत्री से बात की है कि उद्योगों की बिजली ज्यादा नहीं काटी जाए. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार मदद करे और राज्य सरकार को कोयला उपलब्ध कराए. राजस्थान भी देश का अभिन्न अंग है. यहां से सभी 24 सांसद भारतीय जनता पार्टी के चुनकर गए हैं. छत्तीसगढ़ से कोयला नहीं आने का सवाल जब मीडिया ने किया तो उन्होंने कहा कि केंद्र के दबाव में ही कोल कंपनियां काम कर रही हैं. रावत एक दिवसीय कोटा दौरे पर सर्किट हाउस पहुंची, जहां कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया. इसमें प्रदेश सचिव राखी गौतम, जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विजय सिंह राजू सहित कई लोग शामिल थे.

कोटा. प्रदेश की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत का अलवर के राजगढ़ स्थित मंदिर तोड़ने के मामले में कहना है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में मंदिर तुड़वाए थे, तब एक भी धर्मगुरु ने रैली नहीं निकाली थी. असल में भारतीय जनता पार्टी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करती (Shakuntala Rawat targets BJP on Alwar temple demolition) है. महंगाई से जनता का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी भड़काऊ धार्मिक आंदोलन कर रही है. उन्होंने कोयला संकट को लेकर केंद्र सरकार पर सौतेले व्यवहार का आरोप लगाया.

मीडिया से बातचीत में रावत ने अलवर के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि जब वसुंधरा राजे सिंधिया ने जयपुर में मंदिर तुड़वाएं थे, तब एक धर्मगुरु रैली निकालने नहीं आया था. भारतीय जनता पार्टी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट के बाद ऐसी योजनाएं प्रदेश में लागू हुई हैं, जिनसे भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा आलोचना के लिए नहीं बचा है. भारत सरकार आए दिन महंगाई बढ़ा रही है. उसे छुपाने और ध्यान हटाने के लिए के लिए ये भड़काऊ धार्मिक आंदोलन कर रहे हैं.

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भारत सरकार के दबाव में कोल कंपनियां नहीं दे रहीं कोयला: रावत ने कहा कि भारत सरकार प्रदेश की कांग्रेस सरकार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. जल जीवन मिशन हो या अन्य सामाजिक कल्याण की योजनाएं, इनमें अनुदान नहीं दिया जा रहा था. जल जीवन मिशन में राजस्थान की भौगोलिक और वर्तमान स्थिति को देखते हुए 100 फीसदी अनुदान दिया जा सकता था. जबकि केंद्रीय मंत्री भी राजस्थान से ही हैं. उन्होंने बिजली संकट पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया (Shakuntala Rawat on coal crisis in Rajasthan) है.

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उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन में डेकोरेटेड लाइटों को बंद करके चलाया जा रहा है. मैंने भी ऊर्जा मंत्री से बात की है कि उद्योगों की बिजली ज्यादा नहीं काटी जाए. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार मदद करे और राज्य सरकार को कोयला उपलब्ध कराए. राजस्थान भी देश का अभिन्न अंग है. यहां से सभी 24 सांसद भारतीय जनता पार्टी के चुनकर गए हैं. छत्तीसगढ़ से कोयला नहीं आने का सवाल जब मीडिया ने किया तो उन्होंने कहा कि केंद्र के दबाव में ही कोल कंपनियां काम कर रही हैं. रावत एक दिवसीय कोटा दौरे पर सर्किट हाउस पहुंची, जहां कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया. इसमें प्रदेश सचिव राखी गौतम, जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विजय सिंह राजू सहित कई लोग शामिल थे.

Last Updated : Apr 30, 2022, 6:53 PM IST
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