कोटा. जेके लोन अस्पताल में बीते 35 दिनों में 107 बच्चों की मौत हो चुकी है. मामला गंभीर होते देख ऐसे में अब राज्य सरकार ने जेके लोन अस्पताल की व्यवस्थाओं में बदलाव को लेकर प्रयास शुरू कर दिए हैं. मेडिकल एजुकेशन विभाग ने 5 चिकित्सकों को कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में पद स्थापित किया है. इनमें एक वरिष्ठ आचार्य और चार सहायक आचार्य शामिल है. वहीं जिन 4 सहायक आचार्यों को नियुक्ति दी गई है, उनकी यह पहली नियुक्ति है.
इनमें डॉ. शिवलाल मीणा, डॉ. चेतन मीणा डॉ. ममता बजाड़ और डॉ. मोहम्मद अजीज शामिल है. इनकी ज्वाइनिंग के लिए राज्य सरकार ने 15 दिन का समय दिया है. वहीं जयपुर से ट्रांसफर कर कर लगाए गए पीडियाट्रिक विभाग के सीनियर प्रोफेसर और एसआर गोयल हॉस्पिटल जयपुर के अधीक्षक डॉ. जगदीश सिंह को जयपुर से आज रिलीव कर दिया है. उनके कोटा में रिलीव करते ही वे सीनियर होने के चलते कोटा के मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग के विभागाध्यक्ष बनेंगे. ऐसे में डॉ. एएल बैरवा का विभाग अध्यक्ष पद से हटना लगभग तय माना जा रहा है.
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आपको बता दें कि जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौतों पर सरकार की चारों तरफ से किरकिरी हो रही थी. जिसके बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा दौरे पर आए थे और उन्होंने 15 दिन में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही थी. वहीं आज शनिवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कोटा पहुंचे और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि इसके लिए जिम्मेदारी तय करनी ही होगी.