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राज्य सरकार ने 5 चिकित्सकों को लगाया जेके लोन अस्पताल में, अब एचओडी भी बदलेंगे

राज्य सरकार ने कोटा के जेके लोन अस्पताल की व्यवस्थाओं में बदलाव के लिए अब प्रयास शुरू कर दिए हैं. मेडिकल एजुकेशन विभाग ने 5 चिकित्सकों को कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में पद स्थापित किया है. इनमें एक वरिष्ठ आचार्य और चार सहायक आचार्य शामिल है.

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राज्य सरकार ने 5 चिकित्सकों को लगाया जेके लोन अस्पताल में
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Published : Jan 5, 2020, 12:17 AM IST

कोटा. जेके लोन अस्पताल में बीते 35 दिनों में 107 बच्चों की मौत हो चुकी है. मामला गंभीर होते देख ऐसे में अब राज्य सरकार ने जेके लोन अस्पताल की व्यवस्थाओं में बदलाव को लेकर प्रयास शुरू कर दिए हैं. मेडिकल एजुकेशन विभाग ने 5 चिकित्सकों को कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में पद स्थापित किया है. इनमें एक वरिष्ठ आचार्य और चार सहायक आचार्य शामिल है. वहीं जिन 4 सहायक आचार्यों को नियुक्ति दी गई है, उनकी यह पहली नियुक्ति है.

राज्य सरकार ने 5 चिकित्सकों को लगाया जेके लोन अस्पताल में

इनमें डॉ. शिवलाल मीणा, डॉ. चेतन मीणा डॉ. ममता बजाड़ और डॉ. मोहम्मद अजीज शामिल है. इनकी ज्वाइनिंग के लिए राज्य सरकार ने 15 दिन का समय दिया है. वहीं जयपुर से ट्रांसफर कर कर लगाए गए पीडियाट्रिक विभाग के सीनियर प्रोफेसर और एसआर गोयल हॉस्पिटल जयपुर के अधीक्षक डॉ. जगदीश सिंह को जयपुर से आज रिलीव कर दिया है. उनके कोटा में रिलीव करते ही वे सीनियर होने के चलते कोटा के मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग के विभागाध्यक्ष बनेंगे. ऐसे में डॉ. एएल बैरवा का विभाग अध्यक्ष पद से हटना लगभग तय माना जा रहा है.

यह भी पढ़ें : पायलट ने सही कहा, सरकार ले जिम्मेदारी, देखें पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का Exclusive Interview

आपको बता दें कि जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौतों पर सरकार की चारों तरफ से किरकिरी हो रही थी. जिसके बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा दौरे पर आए थे और उन्होंने 15 दिन में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही थी. वहीं आज शनिवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कोटा पहुंचे और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि इसके लिए जिम्मेदारी तय करनी ही होगी.

कोटा. जेके लोन अस्पताल में बीते 35 दिनों में 107 बच्चों की मौत हो चुकी है. मामला गंभीर होते देख ऐसे में अब राज्य सरकार ने जेके लोन अस्पताल की व्यवस्थाओं में बदलाव को लेकर प्रयास शुरू कर दिए हैं. मेडिकल एजुकेशन विभाग ने 5 चिकित्सकों को कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में पद स्थापित किया है. इनमें एक वरिष्ठ आचार्य और चार सहायक आचार्य शामिल है. वहीं जिन 4 सहायक आचार्यों को नियुक्ति दी गई है, उनकी यह पहली नियुक्ति है.

राज्य सरकार ने 5 चिकित्सकों को लगाया जेके लोन अस्पताल में

इनमें डॉ. शिवलाल मीणा, डॉ. चेतन मीणा डॉ. ममता बजाड़ और डॉ. मोहम्मद अजीज शामिल है. इनकी ज्वाइनिंग के लिए राज्य सरकार ने 15 दिन का समय दिया है. वहीं जयपुर से ट्रांसफर कर कर लगाए गए पीडियाट्रिक विभाग के सीनियर प्रोफेसर और एसआर गोयल हॉस्पिटल जयपुर के अधीक्षक डॉ. जगदीश सिंह को जयपुर से आज रिलीव कर दिया है. उनके कोटा में रिलीव करते ही वे सीनियर होने के चलते कोटा के मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग के विभागाध्यक्ष बनेंगे. ऐसे में डॉ. एएल बैरवा का विभाग अध्यक्ष पद से हटना लगभग तय माना जा रहा है.

यह भी पढ़ें : पायलट ने सही कहा, सरकार ले जिम्मेदारी, देखें पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का Exclusive Interview

आपको बता दें कि जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौतों पर सरकार की चारों तरफ से किरकिरी हो रही थी. जिसके बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा दौरे पर आए थे और उन्होंने 15 दिन में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही थी. वहीं आज शनिवार को उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कोटा पहुंचे और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि इसके लिए जिम्मेदारी तय करनी ही होगी.

Intro:राज्य सरकार ने जेकेलोन अस्पताल की व्यवस्थाओं को में बदलाव के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. मेडिकल एजुकेशन विभाग ने पांच चिकित्सकों को कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में पद स्थापित किया है इनमें इनमें एक वरिष्ठ आचार्य और चार सहायक आचार्य शामिल है.


Body:कोटा.
कोटा के जेके लोन अस्पताल में बीते 35 दिनों में 7 बच्चों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अब राज्य सरकार ने जेकेलोन अस्पताल की व्यवस्थाओं को में बदलाव के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. मेडिकल एजुकेशन विभाग ने पांच चिकित्सकों को कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में पद स्थापित किया है इनमें इनमें एक वरिष्ठ आचार्य और चार सहायक आचार्य शामिल है. जिन 4 सहायक आचार्यों को नियुक्ति दी गई है, उनकी यह पहली नियुक्ति है. इनमें डॉ. शिव लाल मीणा, डॉ. चेतन मीणा डॉ. ममता बजाड़ और डॉ. मोहम्मद अजीज शामिल है. इनकी जॉइनिंग के लिए राज्य सरकार ने 15 दिन का समय दिया है. वहीं जयपुर से ट्रांसफर कर कर लगाए गए पीडियाट्रिक विभाग के सीनियर प्रोफेसर और एसआर गोयल हॉस्पिटल जयपुर के अधीक्षक डॉ. जगदीश सिंह को जयपुर से आज रिलीव कर दिया है. उनके कोटा में रिलीव करते हैं वे सीनियर होने के चलते कोटा के मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग के विभागाध्यक्ष बनेंगे ऐसे में डॉ. एएल बैरवा का विभाग अध्यक्ष पद से हटना लगभग तय माना जा रहा है.



Conclusion:आपको बता दें की चारों तरफ से बच्चों की मौत पर सरकार की किरकिरी हो रही थी ऐसे में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा दौरे पर आए थे और उन्होंने 15 दिन में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही थी. आज उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कोटा आए और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि इसके लिए जिम्मेदारी तय करनी होगी.
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