कोटा. जयपुर ग्रेटर नगर निगम में पार्षदों, मेयर और आयुक्त के बीच विवाद हो गया था. इस प्रकरण में राज्य सरकार ने महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों को निलंबित कर दिया है. महापौर पद की जिम्मेदारी डॉ. सौम्या गुर्जर की जगह भारतीय जनता पार्टी की ही शील धाभाई को जिम्मेदारी सौंप दी गई. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर हमला बोल दिया.
उन्होंने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल आयुक्त के जरिए बीवीजी कंपनी से मोटी रकम वसूलना चाह रहे थे लेकिन ईमानदारी से काम कर रही डॉक्टर सोनिया गुर्जर ने ऐसा नहीं होने दिया इसी के चलते उन पर कार्रवाई की गई है. मदन दिलावर ने कहा कि जयपुर ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर का पक्ष सुने बिना ही सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया और केवल एक आयुक्त के कहने पर ऐसा हुआ है.
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पहले भी कांग्रेस की महापौर रही ज्योति खंडेलवाल के समय भी कई विवाद मंत्री शांति धारीवाल से हुए हैं, लेकिन सेटल हो गया था. जनता के बीच भी ऐसी चर्चा है कि मंत्री धारीवाल बीवीजी कंपनी से आयुक्त के माध्यम से मोटी रकम वसूलना चाह रहे थे और रकम नहीं मिल पाने के चलते यह गड़बड़ हुई है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर निकलेगी. इस मामले को लेकर न्यायालय में जाएंगे जहां इनकी किरकिरी होगी. मामले को लेकर भाजपा सड़कों पर भी उतरेगी.
सचिन पायलट को नीचा दिखाना भी मकसद
सौम्या गुर्जर समाज से है. सचिन पायलट को नीचा दिखाना था. गुर्जरों को परेशान करना था और महिला थीं इसीलिए उन्हें निलंबित कर दिया. सककार महिलाओं, गुर्जर समाज और इमानदार लोगों के खिलाफ है. भारत सरकार ने बहुत बड़ा पैसा शहरों के विकास के लिए दिया है. स्मार्ट सिटी बनाने व अमृत योजना में बड़ी रकम आई है और उसमें से ही बड़ी राशि वसूलने का षड्यंत्र चल रहा था.
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सौम्या गुर्जर इस बात को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं थी. आयुक्त लगातार दबाव डाल रहे थे. बीवीजी कंपनी काम नहीं कर रही थी. सफाई की शिकायत थी, लेकिन उसको भुगतान का दबाव बना रहे थे, लेकिन सौम्या गुर्जर इमानदारी से काम कर रही थी. बिना काम किए बीवीजी कंपनी को पैसा नहीं देना चाहती थीं जिसपर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.
डूंगरपुर भाजपा अध्यक्ष ने महापौर के निलंबन को बताया अवैधानिक
जयपुर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर समेत तीन पार्षदों के निलंबन को लेकर डूंगरपुर में भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए विरोध जताया है. वहीं भाजपा ने इस घटना को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए सड़क से सदन तक आंदोलन करने की चेतावनी दी है. भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभु पंडया ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा राज्य सरकार भाजपा नेताओं की आवाज को दबाने के प्रयास कर रही है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, दो चैयरमैन व एक पार्षद को बिना कारण निलंबित किया जाना यह पूर्णरूप से अवैधानिक व लोकतंत्र की हत्या है.
चितौड़गढ़ विधायक ने महापौर के निलंबन को बताया अलोकतांत्रिक
जयपुर नगर निगम की महापौर डॉ.सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों के निलंबन को लेकर चित्तौड़गढ़ जिले के भाजपा नेताओं में भी विरोध देखने को मिल रहा है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. इसे लेकर चित्तौड़गढ़ जिले के भाजपा समर्थित तीन विधायकों ने रविवार शाम को वीडियो जारी किए हैं औऱ कांग्रेस समर्थित प्रदेश सरकार के कृत्य की निंदा की है. चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या, कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर व बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल ने वीडियो जारी विरोध जारी कर इसे लोकतंत्र की हत्या कहा है. कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से मेयर व पार्षद विजयी रहे थे. प्रदेश सरकार ने अलोकतांत्रिक तरीके से इन्हें निलंबित किया, जिसकी हम निंदा करते हैं.
राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने गहलोत सरकार को महिला विरोधी बताया
ग्रेटर नगर निगम, जयपुर की मेयर सौम्या गुर्जर सहित 4 के निलंबन को लेकर गर्माई सियासत के बीच राजसमंद सांसद दीयाकुमारी ने राज्य सरकार को घेरते हुए निंदा की। उन्होने राज्य सरकार को महिला विरोधी बताया है. सांसद ने कहा कि कांग्रेस सरकार में महिलाएं सर्वाधिक रूप से असुरक्षित हैं. कांग्रेस सरकार द्वारा चुने हुए जन प्रतिनिधियों पर गैर जरूरी तरीके से निलंबन के आदेश जारी कर राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है ताकि वे अफसरशाही के सामने घुटने टेक दें.
मुख्यमंत्री गहलोत लोकतंत्र का गला घोंट रही गहलोत सरकार : कैलाश चौधरी
राजधानी जयपुर ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर को आधी रात को आदेश जारी कर निलंबित करने के मामले को लेकर बाड़मेर जैसलमेर सांसद एवं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने राज्य की कांग्रेस शासित गहलोत सरकार पर बड़ा हमला बोला है. कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि हर समय लोकतंत्र की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महापौर को निलंबित कर लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है, लेकिन भाजपा उनके इरादों में सफल नहीं होने देंगी.
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भाजपा इस द्वेषपूर्ण और अलोकतांत्रिक कार्रावाई के विरोध में डॉ. सौम्या गुर्जर, अपने अन्य पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है. कांग्रेस का यह अघोषित आपातकाल ही अब उसके पतन का कारण बनेगा. भाजपा हर तरीक़े से यह न्याय की लड़ाई लड़ेगी और जीतेगी. केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि आधी रात को अलोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाकर जिस तरह से मेयर को निलंबित किया गया है. सीनियर अफसर की जांच जूनियर अफसर को दी गई है, लेकिन भाजपा का कार्यकर्ता अभी भी हार मानने को तैयार नहीं है. न्यायालय में भी यह लड़ाई लड़ने को भाजपा तैयार है.
महापौर को निलंबन की घटना आपातकाल की याद दिला रही: वासुदेव देवनानी
कांग्रेस हमेशा मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थानों को खत्म करने का आरोप लगाती रही है. वही राजस्थान की गहलोत सरकार ने ग्रेटर जयपुर नगर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर और तीन पार्षदों को निलंबित कर 46 वर्षों पहले हुए आपातकाल की याद दिला दी है. गहलोत सरकार पर यह तंज पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कसा है. देवनानी ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र पर धब्बा है.