कोटा. इस बार भरत सिंह का पोस्टर वार कोटा-बूंदी सांसद ओम बिरला और बारां-झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह पर है. भरत सिंह ने पोस्टर के जरिए दोनों सांसदों पर हमला किया है. उन्होंने इस पोस्टर वार में बताया है कि उनकी वजह से कोटा से बारां जाने वाले नेशनल हाईवे-27 की दुर्गति हो गई है. इसके साथ ही उन्होंने कोटा सांसद ओम बिरला पर आरोप लगाते हुए चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. यह पोस्टर सीमलिया टोल के नजदीक लगवाए गए है, जहां पर यह भी लिखा गया है कि "यहां टोल तो है लेकिन सड़क नहीं"...."यहां सीएफसीएल का कारखाना तो है मगर युवाओं के लिए रोजगार नहीं"..
विधायक भरत सिंह ने इसके लिए कोटा और झालावाड़ के सांसद को दोषी माना है. भरत सिंह का यह कहना है कि यहां पर लाखों रुपए की टोल वसूली तो हो रही है, लेकिन सड़क पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है. उनका कहना है कि कोटा से भंवरगढ़ तक 104 किलोमीटर की सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है. इसका डामरीकरण 2014 में होना था, लेकिन दोनों सांसदों की उदासीनता के चलते यह नहीं हो पाया है. ऐसे में यह सड़क टोल रोड जैसी नहीं है, लेकिन सरकार इस पर लाखों रुपए का टोल रोजाना वसूल रही है.
इसके साथ ही भरत सिंह ने गड़ेपान स्थित चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड को लेकर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि इस फैक्टरी में हजारों लोग काम करते हैं, लेकिन स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जाता है. आपको बता दें कि इस नेशनल हाईवे की खराब हालत के लिए कई बार धरने प्रदर्शन हुए हैं. इसके लिए 200 करोड़ रुपए हाल ही में केंद्र सरकार ने पास किए थे. जिसमें 104 किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण होना है, हालांकि अभी इसके टेंडर प्रक्रिया में है. भरत सिंह सहित कई नेता यह मांग कर चुके हैं कि जब तक सड़क ठीक नहीं हो जाती. इस पर टोल वसूली बंद कर दी जाए.