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कोटा में बच्चों की मौत शर्मनाक, नेता अखबार में छपने के लिए जा रहे अस्पताल: हनुमान बेनीवाल - जयपुर न्यूज

कोटा में नवजात की मौत पर सियासत गर्म है. अब आरएलपी भी इसमें कूद गई है. आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने सरकार को संवेदनहीन बताया है. उन्होंने ये भी कहा, कि अब आरएलपी प्रतिनिधिमंडल अस्पतालों का जायजा लेने जाएगा.

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गहलोत सरकार पर बरसे बेनीवाल
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Published : Jan 6, 2020, 2:31 PM IST

Updated : Jan 6, 2020, 4:27 PM IST

जयपुर. प्रदेश में कोटा, जोधपुर और बीकानेर सहित सरकारी चिकित्सालय में हो रही बच्चों की मौत पर सियासी पारा गर्म है. अब तक भाजपा ही इस मामले में सियासी आरोप-प्रत्यारोप लगा रही थी, लेकिन अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) भी मैदान में कूद गई है. आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मामले में सरकार को संवेदनहीन बताया है. साथ ही मांग की है, कि जो भी अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार है, उन पर सरकार आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करे.

हनुमान बेनीवाल की ईटीवी भारत से बातचीत

ईटीवी भारत से खास बातचीत में हनुमान बेनीवाल ने कहा, कि प्रदेश सरकार दो गुटों में बंटी है. बच्चों की मौत का जो प्रकरण सामने आया, वह आजादी के बाद राजस्थान का सबसे शर्मनाक मामला है. कई दिनों तक चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा गए ही नहीं और जब गए तो उनके लिए कालीन बिछाई गई, जैसे वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में होता था.

गहलोत सरकार पर बरसे बेनीवाल

यह भी पढ़ें. बच्चों की मौत पर स्मृति ईरानी ने किया पालयट के बयान का समर्थन,'कमी हुई है तो स्वीकार करे राजस्थान सरकार'

'सरकारी चिकित्सकों पर कार्रवाई नहीं'

आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मामले में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए. बेनीवाल ने कहा, कि चिकित्सा मंत्री बनते ही प्रभु शर्मा ने एक आदेश निकालकर निजी क्लीनिक चलाने वाले सरकारी डॉक्टरों की जानकारी मांगी थी. जोधपुर संभागीय आयुक्त की कमेटी ने भी कई चिकित्सकों के नाम इस दौरान अपनी रिपोर्ट में भेजे थे, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई. सब कुछ मैनेज हो गया. बेनीवाल ने कहा, कि यदि उस समय कार्रवाई होती तो बच्चों की मौत के बढ़ते आंकड़े को रोका जा सकता था.

यह भी पढ़ें. कोटाः जेके लोन अस्पताल में 2 और बच्चों ने दम तोड़ा, 36 दिन में 112 नवजात की मौत

'सब छपने गए थे'

कोटा अस्पताल के प्रकरण में भाजपा ने पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ और राजेंद्र राठौड़ की कमेटी को अस्पताल में व्यवस्थाओं का जायजा लेने भेजा था. जिस पर हनुमान बेनीवाल ने भी सवाल उठाया है. बेनीवाल के अनुसार भाजपा ने अपनी कमेटी में पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ को भेजा, जो खुद काफी बदनाम रहे हैं. बेनीवाल ने कहा, कि कोटा अस्पताल में सभी राजनेता छपने के लिए गए थे, लेकिन समाधान कुछ नहीं हुआ.

'आरएलपी अस्पतालों में भेजेगी अपना प्रतिनिधिमंडल'

हनुमान बेनीवाल के अनुसार अब आरएलपी का प्रतिनिधिमंडल भी कोटा और जोधपुर सरकारी अस्पतालों में जाएगा. जिसकी रूपरेखा आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष तैयार कर रहे हैं. बेनीवाल के अनुसार प्रतिनिधिमंडल अस्पतालों में जाकर वहां चल रही अव्यवस्थाओं की जानकारी लेगा और जरूरत पड़ने पर सड़कों पर आंदोलन भी किया जाएगा.

जयपुर. प्रदेश में कोटा, जोधपुर और बीकानेर सहित सरकारी चिकित्सालय में हो रही बच्चों की मौत पर सियासी पारा गर्म है. अब तक भाजपा ही इस मामले में सियासी आरोप-प्रत्यारोप लगा रही थी, लेकिन अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) भी मैदान में कूद गई है. आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मामले में सरकार को संवेदनहीन बताया है. साथ ही मांग की है, कि जो भी अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार है, उन पर सरकार आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करे.

हनुमान बेनीवाल की ईटीवी भारत से बातचीत

ईटीवी भारत से खास बातचीत में हनुमान बेनीवाल ने कहा, कि प्रदेश सरकार दो गुटों में बंटी है. बच्चों की मौत का जो प्रकरण सामने आया, वह आजादी के बाद राजस्थान का सबसे शर्मनाक मामला है. कई दिनों तक चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा गए ही नहीं और जब गए तो उनके लिए कालीन बिछाई गई, जैसे वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में होता था.

गहलोत सरकार पर बरसे बेनीवाल

यह भी पढ़ें. बच्चों की मौत पर स्मृति ईरानी ने किया पालयट के बयान का समर्थन,'कमी हुई है तो स्वीकार करे राजस्थान सरकार'

'सरकारी चिकित्सकों पर कार्रवाई नहीं'

आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मामले में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए. बेनीवाल ने कहा, कि चिकित्सा मंत्री बनते ही प्रभु शर्मा ने एक आदेश निकालकर निजी क्लीनिक चलाने वाले सरकारी डॉक्टरों की जानकारी मांगी थी. जोधपुर संभागीय आयुक्त की कमेटी ने भी कई चिकित्सकों के नाम इस दौरान अपनी रिपोर्ट में भेजे थे, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई. सब कुछ मैनेज हो गया. बेनीवाल ने कहा, कि यदि उस समय कार्रवाई होती तो बच्चों की मौत के बढ़ते आंकड़े को रोका जा सकता था.

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'सब छपने गए थे'

कोटा अस्पताल के प्रकरण में भाजपा ने पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ और राजेंद्र राठौड़ की कमेटी को अस्पताल में व्यवस्थाओं का जायजा लेने भेजा था. जिस पर हनुमान बेनीवाल ने भी सवाल उठाया है. बेनीवाल के अनुसार भाजपा ने अपनी कमेटी में पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ को भेजा, जो खुद काफी बदनाम रहे हैं. बेनीवाल ने कहा, कि कोटा अस्पताल में सभी राजनेता छपने के लिए गए थे, लेकिन समाधान कुछ नहीं हुआ.

'आरएलपी अस्पतालों में भेजेगी अपना प्रतिनिधिमंडल'

हनुमान बेनीवाल के अनुसार अब आरएलपी का प्रतिनिधिमंडल भी कोटा और जोधपुर सरकारी अस्पतालों में जाएगा. जिसकी रूपरेखा आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष तैयार कर रहे हैं. बेनीवाल के अनुसार प्रतिनिधिमंडल अस्पतालों में जाकर वहां चल रही अव्यवस्थाओं की जानकारी लेगा और जरूरत पड़ने पर सड़कों पर आंदोलन भी किया जाएगा.

Intro:exclusive इंटरव्यू
बच्चों की मौत के मामले पर सियासत गर्म अब आरएलपी भी कूदा मैदान में
आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल की मांग, दोषी अस्पताल कर्मियों पर दर्ज हो अपराधिक मुकदमे
कोटा जोधपुर बीकानेर अस्पताल का जायजा लेने अब जाएगा आरएलपी प्रतिनिधिमंडल
निजी अस्पताल चलाने वाले सरकारी डॉक्टरों पर क्यों नहीं की कार्रवाई- हनुमान बेनीवाल
ईटीवी भारत पर हनुमान बेनीवाल का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

जयपुर (इंट्रो)
प्रदेश में कोटा जोधपुर और बीकानेर सहित सरकारी चिकित्सालय में हो रही बच्चों की मौत पर सियासी पारा गर्म है। अब तक विपक्ष रूप में भाजपा ही इस मामले में सियासी आरोप-प्रत्यारोप लगा रही थी लेकिन अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी मैदान में कूद गया है। आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इसमें पूरे मामले में सरकार को संवेदनहीन बताया और मांग की कि जो भी अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार है उन पर सरकार अपराधिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करें।

ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान हनुमान बेनीवाल ने कहां की प्रदेश सरकार दो गुटों में बैठी है लेकिन बच्चों की मौत का जो प्रकरण सामने आया वह आजादी के बाद राजस्थान का सबसे शर्मनाक मामला है अनिवार्य कहां पहने तो कई दिनों तक चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कोटा गए ही नहीं और जब गए तो उनके लिए कालीन बिछाई गई, जैसे वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में होता था।

निजी अस्पताल चलाने वाले सरकारी चिकित्सकों पर क्यों नहीं कि मंत्री ने कार्रवाई -बेनीवाल

आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मामले में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए बेनीवाल ने कहा के चिकित्सा मंत्री बनते ही प्रभु शर्मा ने एक आदेश निकालकर निजी क्लीनिक चलाने वाले सरकारी डॉक्टरों की जानकारी मांगी थी और कोटा संभागीय आयुक्त की कमेटी ने भी कई चिकित्सकों के नाम इस दौरान अपनी रिपोर्ट में भेजे थे लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई और सब कुछ मैनेज हो गया बेनीवाल ने कहा यदि उस समय कार्रवाई होती तो बच्चों की मौत के बढ़ते आंकड़े को रोका जा सकता था।

बीजेपी जांच कमेटी उठाया,कहा सब छपने गए थे -

कोटा अस्पताल के प्रकरण में भाजपा ने पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ और राजेंद्र राठौड़ की कमेटी को अस्पताल में व्यवस्थाओं का जायजा लेने भेजा था जिस पर हनुमान बेनीवाल ने भी सवाल उठाया है। बेनीवाल के अनुसार भाजपा ने अपनी कमेटी में पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ को भेजा जो खुद काफी बदनाम रहे हैं। बेनीवाल ने कहा कि कोटा अस्पताल में सभी राजनेता छपने के लिए गए थे लेकिन समाधान कुछ नहीं हुआ।

आरएलपी अब अस्पतालों में भेजेगी अपना प्रतिनिधि मंडल-

हनुमान बेनीवाल के अनुसार अब आरएलपी का प्रतिनिधिमंडल भी कोटा और जोधपुर सरकारी अस्पतालों में जाएगा जिसकी रूपरेखा आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष तैयार कर रहे हैं एनिमल के अनुसार प्रतिनिधिमंडल अस्पतालों में जाकर वहां चल रही अव्यवस्थाओं की जानकारी लेगा और जरूरत पड़ने पर सड़कों पर आंदोलन भी किया जाएगा।

Exclusive interview- हनुमान बेनीवाल संयोजक व सांसद आरएलपी


Body:Exclusive interview- हनुमान बेनीवाल संयोजक व सांसद आरएलपी


Conclusion:
Last Updated : Jan 6, 2020, 4:27 PM IST
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