कोटा. कोरोना संक्रमण की जांच के लिए अभी तक आरटी पीसीआर जांच से संक्रमण का पता लगाया जा रहा था. अब कोटा जिले में रैपिड एंटीजन टेस्ट की 1000 किट मेडिकल कॉलेज को मिले हैं. मेडिकल कॉलेज में इन किटों को ग्रामीण अंचल में भेजने के लिए सीएमएचओ को भेजे गए हैं क्योंकि शहर में आरटी-पीसीआर जांच ही करवाई जाएगी.
कोटा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुशील ने बताया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट कोविड आरटी-पीसीआर टेस्ट का पूरक है. अभी यहां पर आरटी-पीसीआर टेस्ट चल रहा है जिसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आती है, वहीं रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट आधे घंटे में आ जाती है.
डॉक्टर सीएस सुशील ने बताया कि प्रदेश सरकार ने 1000 किट मेडिकल कॉलेज को भेजे हैं ये ग्रामीण इलाकों में भेजे जाएंगे, जिससे गांव में जल्दी से जल्दी कोरोना को डिटेक्ट किया जा सकता हैं और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उसको तुरंत कोटा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर सकते हैं, जिससे उसका इलाज जल्दी शुरू हो सके.
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उन्होंने बताया कि शहर में आरटी-पीसीआर टेस्ट को ज्यादा मान्यता दी जा रही है, क्योंकि इसकी उपयोगिता 70 प्रतिशत की होती है. साथ ही रैपिड एंटीजन टेस्ट की उपयोगिता 50 प्रतिशत ही रहती है. इसके अलावा अगर जल्दी इसका रिजल्ट अच्छा मिलेगा तो इसको शहर में भी इसका उपयोग करवाया जाएगा.