रामगंजमंडी (कोटा). लद्दाख की गलवान घाटी में हुए झड़प में भारत के 20 जवानों की शहादत पर राजनीतिक बयानबाजियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी और कांग्रेस पार्टी का आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. राहुल गांधी ने जहां जापान टाइम्स का एक लेख साझा करते हुए कहा था कि पीएम 'नरेंद्र मोदी दरअसल सरेंडर मोदी हैं.' तो वहीं भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए हैं.
भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सन् 1962 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने 45 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को यह कहते हुए सौंप दिया था कि इसमें फसल एक तिनका तक नहीं उग सकता है. दिलावर ने विवादित टिप्पणी करते हुए कांग्रेस को गद्दार तक कह दिया. वहीं, आगे कहा कि राहुल गांधी खुद झूठी बयानबाजी कर रहे हैं और भारत के प्रधानमंत्री जी से पूछ रहे हैं कि हमारे निहत्थे जवान सरहद पर कैसे भेजे.
यह भी पढे़ं : राहुल को शरद पवार ने दिलाई अतीत की याद, कहा- भूल नहीं सकते 1962 में क्या हुआ था
विधायक दिलावर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं ने साल 2005 में चीन से समझौता किया था कि कभी भी सेना एलएसी पर या मीटिंग में जाएगी तो निहत्थे ही जाएगी. हमारे सैनिक कांग्रेस द्वारा किए गए समझौते का ही पालन कर रहे थे, जिसकी वजह से यह सब कुछ हुआ है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन रक्षा मंत्री शरद पवार भी राहुल गांधी से चुप रहने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन राहुल जी बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
यह भी पढे़ं : झालावाड़ से कोरोना को लेकर राहत की खबर...दो दिन में नहीं आए एक भी केस
मदन दिलावर ने राहुल गांधी से सवाल करते हुए कहा कि 1990-91 में देश के सरकारी खजाने से राजीव गांधी फाउंडेशन में पैसे क्यों डाले गए. विधायक ने तो यहां तक कह दिया कि अगर सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह जी और राहुल गांधी जी देश के प्रति ईमानदार हैं तो स्वयं आगे आएं और अपना नार्कोटेस्ट करवाएं.