कोटा. राज्य सरकार की ओर से चलाया जा रहा कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूकता अभियान की मंगलवार को युआईटी ऑडिटोरियम में प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुरुआत की. इस दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से डरना नहीं है, इससे बचाव करना है. उन्होंने बताया कि लोग मुंह पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग ओर बार-बार हाथ धोएं.
खाचरियावास ने कहा कि जागरूकता अभियान चलाने वाला यह देश में पहला राज्य है. इसमें हम जागरूक हो जाए. खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार बड़े उद्योगपतियों को सहायता दे रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान केंद्र सरकार ने छोटे उद्योग धंधों पर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र से किसी प्रकार की मदद नहीं मिली.
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वहीं, कार्यक्रम में चुनिंदा अधिकारी और कर्मचारी ही पहुंचे, पूरा हॉल खाली रहा. पोस्टर विमोचन के साथ ही ट्रैफिक नियमों का भी पोस्टर का विमोचन किया गया. कार्यक्रम के अंत में जागरूकता अभियान के लिए चलाए जा रहे वाहनों को मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी. जागरूकता अभियान के कार्यक्रम में प्रभारी सचिव, विधायक रामनारायण मीणा, संभागीय आयुक्त, डीआईजी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
कोटा में मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद अनट्रेंड नर्सिंग स्टाफ से कोविड टेस्टिंग कराई जा रही हैः विधायक रामनारायण मीणा
कोटा में मंगलवार को युआईटी ऑडिटोरियम में राज्य सरकार की ओर से चलाए गए जनजागरण अभियान में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें विधायक रामनारायण मीणा भी मौजूद रहे. उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि लॉकडाउन लगाने से पहले अगर केंद्र सरकार 4 दिन का समय देती तो स्थिति इतनी विकट नहीं होती.
विधायक ने कहा कि सीएमएचओ ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि हर टोल नाके पर जांच के लिए टीम लगाई हुई है, लेकिन इतने टोल से गुजरा वहां टीम कहीं भी नजर नहीं आई. विधायक ने उद्बोधन में कहा कि कोरोना जांच के लिए वापस क्रॉस चेकिंग करने की आवश्यकता है.
मीणा ने कहा कि शहर में जो सैंपलिंग हुई है, उसमें भी शक है. उन्होंने कहा कि बिना प्रक्षिक्षण के कर्मचारी सैंपलिंग नहीं कर पा रहे हैं और बाहर से नर्सिंग कर्मचारी बुलाकर सैंपलिंग कराई जा रही है. विधायक ने कहा कि यह काम सीधे मेडिकल कॉलेज को सुपुर्द कर देना चाहिए.