कोटा. शहर में सोमवार को बिहार समाज विकास समिति द्वारा नगर विकास न्यास पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया. बिहार समाज विकास समिति के वर्तमान अध्यक्ष अजय गुप्ता के नेतृत्व में इस समिति को लोगों ने यूआईटी कोटा के दफ्तर का घेराव किया.
क्या है मामला
दरअसल, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने बिहार समाज विकास समिति के 25 भूखंडों के आवंटन को निरस्त कर दिया था. भूतपूर्व सरकार द्वारा निरस्त किए गए भूखंड पर यूआईटी कोटा ने समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष से पैसे लेकर उन पर निर्माण दोबारा से शुरू करवा दिया. इसी को लेकर सोमवार के बिहार समाज विकास समिति के वर्तमान अध्यक्ष अजय गुप्ता ने यूआईटी कोटा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इस पूरे मामले के लेकर समिति के वर्तमान अध्यक्ष अजय गुप्ता यूआईटी कोटा के सचिव से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे. हालांकि, सचिव ने सिर्फ 3 लोगों से मिलने की बात रखी. जिसे लेकर समिति के लोगों ने ऐतराज जताया.
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उधर, मामला उजागर होने के बाद बिहार समाज विकास समिति के वर्तमान अध्यक्ष और समिति सदस्यों ने सचिव से शिकायत की. इसके बाद निर्माण स्वीकृति को निरस्त किया गया. लेकिन इसके बावजूद भी न्यास के अधिकारी भूतपूर्व अध्यक्ष के साथ मिलकर अभी भी भूखंड का निर्माण करवा रहे हैं. ऐसे में शनिवार को नगर विकास न्यास कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर मामले की जिला प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल से शिकायत करने की बात कही गई है.
तत्कालीन भाजपा सरकार ने निरस्त किये थे भूखंड
यूआईटी सचिव राजेन्द्र सिंह ने बताया कि यह भूखंड तत्कालीन भाजपा सरकार ने निरस्त कर दिया. था उसके बाद इनका उस भूखंड पर कोई अधिकार नहीं है. अगर उस भूखंड पर कोई कब्जा कर निर्माण कर रहा है तो उसको दिखवाया जाएगा.