कोटा. जिले के इटावा क्षेत्र में स्थित CHC की खस्ताहाल व्यवस्थाएं (Pregnant Woman Not attended by CHC Itawa) आमजन पर भारी पड़ती नजर आ रही है. सीएचसी पर शनिवार को पहुंची एक प्रसूता को वहां के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने डिलीवरी का टाइम नहीं होने की बात कहते हुए वापस भेज दिया. अस्पताल से रवाना होने के बाद महिला को रास्ते में प्रसव पीड़ा हुई और अपने मकान से 200 मीटर दूर ही ((Delivered Baby on the way) ) उसने एक बच्चे को जन्म दे दिया.
स्थानीय महिलाओं ने प्रसूता को तड़पती देखकर मौके पर पहुंची और प्रसव कराया. इसके बाद जच्चा और बच्चा को 104 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा गया. यहां अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से महिला को बेहतर इलाज के लिए कोटा रेफर कर दिया गया. अनिता बेरवा ने बताया कि ये उसका चौथा प्रसव था. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. साथ ही पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े किए. वहीं इटावा सीएचसी चिकित्सा प्रभारी डॉ जयकिशन मीणा ने बताया कि रास्ते मे प्रसव होने का मामला उनके संज्ञान में आया है. अस्पताल से किस कर्मचारी ने प्रसूता को घर भेजा था इसकी जांच की जा रही है और जो दोषी है उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.