कोटा. हाड़ौती अंचल में इस बार मानसून सत्र में बारिश अच्छी होगी. उम्मीद के मुताबिक बादल बरसेंगे, लेकिन इंद्रदेव किसानों को कुछ समय के लिए मायूस करेंगे. खरीफ सीजन की फसलों को जब सिंचाई के पानी की जरूरत होगी, तब बादल मुंह मोड़ जाएंगे. मतलब बारिश जरूरत के समय इलाके में नहीं होगी.
यह पूर्वानुमान कोटा में गढ़ पैलेस स्थित जंतर बुर्ज पर हुए वायु धारणा परीक्षण से सामने आया है. रियासत काल से जंतर बुर्ज पर वायु धारणा परीक्षण आषाढ़ की पूर्णिमा तिथि पर किया जाता है और इस परंपरा का निर्वहन करते हुए राव माधव सिंह म्यूजियम ट्रस्ट के क्यूरेटर पंडित आशुतोष दाधीच ने शाम 7 बजकर 3 मिनट पर वायु धारणा परीक्षण किया. परीक्षण के लिए ध्वज पताका फहराई गई और विधि-विधान से पूजन किया गया. साथ ही हवा के रुख को देखकर मानसून हाड़ौती में कैसा रहेगा, इस बात का पूर्वानुमान जाना गया.
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वहीं शाम को हाड़ौती अंचल में फसलों के उत्पादन को लेकर परीक्षण की क्रिया शुरू की गई. वायु धारणा परीक्षण के बाद विभिन्न खाद्यान्न तोल कर गढ़ पैलेस स्थित भगवान बृजनाथ के मंदिर में रखे गए, जिनका तोल रविवार को वापस भगवान की आरती के बाद किया जाएगा. इसके बाद हाड़ौती अंचल ने फसल उत्पादन की क्या स्थिति रहेगी इस बारे में पता चलेगा.