कोटा. प्रहलाद गुंजल ने बसोली रॉयल्टी नाके को हटाने को लेकर प्रदर्शन किया था. सभी प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बलपूर्वक खदेड़ दिया. इस मामले में मंगलवार को प्रहलाद गुंजल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अवैध वसूली सरकार के संरक्षण में ठेकेदार मेघराज सिंह के दबाव में हो रही (Prahlad Gunjal serious allegations on government) है.
गुंजल ने आरोप लगाया कि ठेकेदार मेघराज सिंह के होटल में ही 42 दिनों तक बाड़ेबंदी हुई थी. उनका आरोप है कि कोई अवैध वूसली के खिलाफ आवाज न उठाए, इसके लिए ठेकेदार ने लठैत भी रखे हुए हैं. यह सरकारी चेकपोस्ट है या अवैध निर्गमन के लिए नाका. इस काम को माइनिंग, पुलिस, रेवेन्यू और परिवहन विभाग को सौंपा जाना चाहिए. जबकि यहां प्राइवेट लोग बैठा रखे हैं. गुंजल का कहना है कि यहां अवैध वसूली की जाती है. गुंजल का आरोप है कि ऐसा नहीं करने पर होने पर लाठियां खानी पड़ेगी. कई लोगों के हाथ पैर तोड़ दिए गए हैं. लोगों ने इसके विरोध में धरना दिया, तो पुलिस ने थाने ले जाकर लोगों के साथ मारपीट की है.
10 गुना ज्यादा वसूली, मारपीट पर उतारू: गुंजल ने कहा कि टोंक और भीलवाड़ा के लिए यह नाका लगा है. उनका आरोप है कि यहां पर 62 रुपए टन की जगह पर 10 गुना ज्यादा 650 रुपए टन रॉयल्टी वसूली जा रही है. 38 टन पासिंग वाली गाड़ी से भी 80 टन से ज्यादा रेती का पैसा लिया जा रहा है. यह पैसा करीब 52000 रुपए से ज्यादा बैठ रहा है. जबकि महज 2400 रुपए के आसपास पैसा वसूलना है. यहां से दिन भर में सैकड़ों के ट्रक निकलते हैं. ऐसे में लाखों रुपए की वसूली अवैध रूप से रोज की जा रही है और यह सारा पैसा बजरी माफिया मेघराज सिंह के पास जा रहा है.
शामिल होने वाले थे किरोड़ी लाल मीणा: गुंजल ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा भी मंगलवार को शामिल होने वाले थे. उनका सुबह फोन आया, लेकिन मैंने उनसे कहा कि हमें रात को लाठीचार्ज करते हुए खदेड़ दिया है. ऐसे में अब कल कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने के लिए कोटा आ रहे हैं. उस दौरान मिलकर बात करेंगे और अगली कार्य योजना बनाएंगे. इस बार हम दमदार प्रदर्शन करेंगे और इस बसोली अवैध रॉयल्टी नाके को हटा कर ही दम लेंगे. सरकार को अवैध वसूली रोकने के मामले में झुकना ही होगा.