कोटा. कोरोना वायरस के खिलाफ पूरा प्रदेश एक जुट हुआ. वहीं, इस महामारी से लड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने पूरे शहर को 31 मार्च तक लॉक डाउन कर रखा है. जिसका लोगों ने खूब सहयोग दिया. सड़के सुनी, गलियारे सुने पड़े. इमरजेंसी में आने जाने वाले इक्का दुक्का वाहन चालक नजर आए. ऐसे में जिले में संचालित पेट्रोल पंपो पर भी इक्का दुक्का वाहन ही दिखाई दिए. वहीं, रविवार से पेट्रोलपंप संचालकों ने शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक पेट्रोलपंप बंद रखने का फैसला लिया है.
पेट्रोलपंप एसोशियसन के अध्यक्ष तरुमीत सिंह बेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि एसोसिएशन ने ये फैसला किया है कि 25 मार्च तक शाम 7बजे से सुबह 7 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. उन्होंने बताया कि कोरोना का ठंड में ज्यादा असर पड़ता है. ऐसे में रात को बाहर से आने वाले वाहनों में पेट्रोल नहीं भरा जाए. जिससे दिन में पेट्रोल की खपत कम होगी और इससे स्टाफ भी सेफ रहेगा.
बेदी ने बताया कि ये इस वायरस से लड़ने के लिए एक प्रयास है. उनका कहना है कि पेट्रोल आवश्यक वस्तु है. इसको बंद नहीं कर सकते है. वैसे भी पूरा शहर ही बंद है. ऐसे में उनको पेट्रोल की आवश्यकता ही नहीं होगी.
पढ़ें- रामगंजमंडी उपखंड 'जनता कर्फ्यू' को जनता का पूरा समर्थन
रात को इमरजेंसी में पेट्रोल दिया जाएगा
तरुमीत सिंह बेदी ने कहा कि शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे के बीच कोई इमरजेंसी आती है तो उसको पेट्रोल दिया जाएगा.
कोटा जिले के150 पंप रात को बंद रहेंगे
बेदी का कहना है कि कोटा जिले में करीब 150 पेट्रोलपम्प संचालित है. इन सभी को रात में बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए है. उन्होंने बताया कि इसको सभी जगह लागू करने का प्रयास किया जा रहा है. अभी सिर्फ कोटा जिले के पेट्रोलपंपो पर लागू किया गया है.