ETV Bharat / city

कोटा: बारिश का पानी घरों से निकला, अब राशन बहने से खाने-पीने का संकट

कोटा के कई निचले इलाको में 2 दिन से हुई बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी भर गया था जिससे उनका राशन तक बह गया था.ऐसे में अब इन लोगों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है.

कोटा:बारिश का पानी घरों से निकला, अब राशन बहने से खाने-पीने का संकट
author img

By

Published : Jul 29, 2019, 3:52 PM IST

कोटा.जिले में 2 दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जिले के कई इलाके,कॉलोनियों और बस्तियों में जलभराव हो गया था. जिसके बाद अब इन कॉलोनियों और बस्तियों में से पानी तो निकल गया है, लेकिन अब इन लोगों के सामने राशन पानी का संकट भी खड़ा हो गया है. क्योंकि इनके घरों में बारिश का पानी घुसने से राशन बह गया था.जिसके चलते अब यह लोग परेशान हो रहे हैं.साथ ही कई ऐसी भी कॉलोनी है.जहां अभी भी बारिश का पानी उतरने बाकी है.

पढ़ें: पीएम मोदी अब जंगल में इस अवतार में आएंगे नजर, शो के होस्ट ने ट्वीट कर दी जानकारी

हो गया लाखो का नुकसान

प्रेम नगर एरिया की दुलारी बाई का कहना है कि उनके घर में बारिश का पानी घुस गया. जिससे घर में रखे गेहूं बह गए हैं. साथ ही आटा और अन्य राशन का सामान भी भीग कर खराब हो गया है. उनका फ्रिज और पानी की मोटर भी पानी में डूब जाने से खराब हो गई है. ऐसे में ना तो अब घर में पानी की सप्लाई हो पा रही है और खाने-पीने का राशन भी नहीं है. ऐसे में बच्चे भूखे मर रहे हैं. पड़ोसियों ने कुछ मदद की है, लेकिन वह नाकाफी सी है. उनके ही पास में रहने वाली कैलाश भाई का कहना है कि घर में से तो पानी निकल गया है लेकिन सड़क अभी भी जलमग्न है बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. दो दिन से छोटे बच्चों को खाना भी नहीं मिला है. पड़ोसियों से चाय पी कर काम चला रहे हैं.

कोटा:बारिश का पानी घरों से निकला, अब राशन बहने से खाने-पीने का संकट

पढ़ें: बजरी खनन में आदेश ना मानने पर राज्य सरकार को अवमानना नोटिस....सुप्रीम कोर्ट ने 4 हफ्ते में मांगा जवाब

इलाज करवाने भी नहीं जा सके

बिन्तोष का कहना है कि बच्चों की तबीयत खराब है, उन्हें अस्पताल भी नहीं ले जा पा रही हूं. इस पानी के चलते घर से भी नहीं निकल पा रहे हैं. क्योंकि आगे ज्यादा पानी भरा हुआ है. इसी एरिया की रहने वाली ममता बाई का कहना है कि उनके वार्ड पार्षद ने नाले की सफाई के लिए मशीन लगवाने की बात कही थी, लेकिन मशीन नहीं लगवाई. जिसके चलते उनके एरिया में पानी भरा है और फिर वह कल आकर वादा करके गए हैं, लेकिन अभी तक मशीन नहीं आई है.

पढ़ें: कोटा : खातोली की पार्वती नदी उफान पर....बढ़े जलस्तर से राजस्थान और मध्यप्रदेश का संपर्क कटा

नाले पर अतिक्रमण के चलते ढह गया मकान

कंसुआ एरिया के अशोक कुमार का कहना है कि लोगों ने नाले पर अतिक्रमण कर लिया, इसके चलते पानी उनके एरिया में बढ़ गया और उनका घर ढह गया है, लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई व्यक्ति देखने नहीं आया है. इनके ही पास में रहने वाली छोटी बाई का कहना है कि उनका घर तो नहीं टूटा. केवल दीवार ही टूट के रह गई, लेकिन दीवार के टूटने से घर में पानी आ गया और गैस सिलेंडर सहित राशन बह गया है. अब खाने पीने का संकट भी उनके सामने खड़ा हो गया है.

कोटा.जिले में 2 दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जिले के कई इलाके,कॉलोनियों और बस्तियों में जलभराव हो गया था. जिसके बाद अब इन कॉलोनियों और बस्तियों में से पानी तो निकल गया है, लेकिन अब इन लोगों के सामने राशन पानी का संकट भी खड़ा हो गया है. क्योंकि इनके घरों में बारिश का पानी घुसने से राशन बह गया था.जिसके चलते अब यह लोग परेशान हो रहे हैं.साथ ही कई ऐसी भी कॉलोनी है.जहां अभी भी बारिश का पानी उतरने बाकी है.

पढ़ें: पीएम मोदी अब जंगल में इस अवतार में आएंगे नजर, शो के होस्ट ने ट्वीट कर दी जानकारी

हो गया लाखो का नुकसान

प्रेम नगर एरिया की दुलारी बाई का कहना है कि उनके घर में बारिश का पानी घुस गया. जिससे घर में रखे गेहूं बह गए हैं. साथ ही आटा और अन्य राशन का सामान भी भीग कर खराब हो गया है. उनका फ्रिज और पानी की मोटर भी पानी में डूब जाने से खराब हो गई है. ऐसे में ना तो अब घर में पानी की सप्लाई हो पा रही है और खाने-पीने का राशन भी नहीं है. ऐसे में बच्चे भूखे मर रहे हैं. पड़ोसियों ने कुछ मदद की है, लेकिन वह नाकाफी सी है. उनके ही पास में रहने वाली कैलाश भाई का कहना है कि घर में से तो पानी निकल गया है लेकिन सड़क अभी भी जलमग्न है बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. दो दिन से छोटे बच्चों को खाना भी नहीं मिला है. पड़ोसियों से चाय पी कर काम चला रहे हैं.

कोटा:बारिश का पानी घरों से निकला, अब राशन बहने से खाने-पीने का संकट

पढ़ें: बजरी खनन में आदेश ना मानने पर राज्य सरकार को अवमानना नोटिस....सुप्रीम कोर्ट ने 4 हफ्ते में मांगा जवाब

इलाज करवाने भी नहीं जा सके

बिन्तोष का कहना है कि बच्चों की तबीयत खराब है, उन्हें अस्पताल भी नहीं ले जा पा रही हूं. इस पानी के चलते घर से भी नहीं निकल पा रहे हैं. क्योंकि आगे ज्यादा पानी भरा हुआ है. इसी एरिया की रहने वाली ममता बाई का कहना है कि उनके वार्ड पार्षद ने नाले की सफाई के लिए मशीन लगवाने की बात कही थी, लेकिन मशीन नहीं लगवाई. जिसके चलते उनके एरिया में पानी भरा है और फिर वह कल आकर वादा करके गए हैं, लेकिन अभी तक मशीन नहीं आई है.

पढ़ें: कोटा : खातोली की पार्वती नदी उफान पर....बढ़े जलस्तर से राजस्थान और मध्यप्रदेश का संपर्क कटा

नाले पर अतिक्रमण के चलते ढह गया मकान

कंसुआ एरिया के अशोक कुमार का कहना है कि लोगों ने नाले पर अतिक्रमण कर लिया, इसके चलते पानी उनके एरिया में बढ़ गया और उनका घर ढह गया है, लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई व्यक्ति देखने नहीं आया है. इनके ही पास में रहने वाली छोटी बाई का कहना है कि उनका घर तो नहीं टूटा. केवल दीवार ही टूट के रह गई, लेकिन दीवार के टूटने से घर में पानी आ गया और गैस सिलेंडर सहित राशन बह गया है. अब खाने पीने का संकट भी उनके सामने खड़ा हो गया है.

Intro:कोटा के कई निचले एरियों में 2 दिन से हुई बारिश का पानी भर गया था, लोगों के घरों में पानी घुस गया. जिससे उनका राशन तक बह गया है. ऐसे में अब इन लोगों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है.


Body:कोटा.
लगातार लगातार कोटा में 2 दिन से हुई भारी बारिश के चलते कोटा के कई निचले इलाकों, कॉलोनियों और बस्तियों जलमग्न हो गई थी. इन कॉलोनियों और बस्तियों में से पानी तो निकल गया है, लेकिन अब इन लोगों के सामने राशन पानी का संकट भी खड़ा हो गया है. क्योंकि इनके घर में बारिश का पानी घुसने से राशन बह गया है. जिसके चलते अब यह लोग परेशान हो रहे हैं. साथ ही कई ऐसी भी कॉलोनी है. जहां भी अभी बारिश का पानी उतरने का इंतजार है सर के अभी भी दरिया ही बनी हुई है.


हो गया लाखो का नुकसान
प्रेम नगर एरिया की दुलारी बाई का कहना है कि उनके घर में बारिश का पानी घुस गया. जिससे घर में रखे गेहूं बह गए हैं. साथ ही आटा और अन्य राशन का सामान भी भीग कर खराब हो गया है. उनका फ्रिज और पानी की मोटर भी पानी में डूब जाने से खराब हो गई है. ऐसे में ना तो अब घर में पानी की सप्लाई हो पा रही है और खाने-पीने का राशन भी नहीं है. ऐसे में बच्चे भूखे मर रहे हैं. पड़ोसियों ने कुछ मदद की है, लेकिन वह नाकाफी सी है. उनके ही पास में रहने वाली कैलाश भाई का कहना है कि घर में से तो पानी निकल गया है लेकिन सड़क अभी भी जलमग्न है बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. दो दिन से छोटे बच्चों को खाना भी नहीं मिला है. पड़ोसियों से चाय पी कर काम चला रहे हैं.


Conclusion:इलाज करवाने भी नहीं जा सके
बिन्तोष का कहना है कि बच्चों की तबीयत खराब है, उन्हें अस्पताल भी नहीं ले जा पा रही हूं. इस पानी के चलते घर से भी नहीं निकल पा रहे हैं. क्योंकि आगे ज्यादा पानी भरा हुआ है. इसी एरिया की रहने वाली ममता बाई का कहना है कि उनके वार्ड पार्षद ने नाले की सफाई के लिए मशीन लगवाने की बात कही थी, लेकिन मशीन नहीं लगवाई. जिसके चलते उनके एरिया में पानी भरा है और फिर वह कल आकर वादा करके गए हैं, लेकिन अभी तक मशीन नहीं आई है.


नाले पर अतिक्रमण के चलते ढह गया मकान
कंसुआ एरिया के अशोक कुमार का कहना है कि लोगों ने नाले पर अतिक्रमण कर लिया, इसके चलते पानी उनके एरिया में बढ़ गया और उनका घर ढह गया है, लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई व्यक्ति देखने नहीं आया है. इनके ही पास में रहने वाली छोटी बाई का कहना है कि उनका घर तो नहीं टूटा. केवल दीवार ही टूट के रह गई, लेकिन दीवार के टूटने से घर में पानी आ गया और गैस सिलेंडर सहित राशन बह गया है. अब खाने पीने का संकट भी उनके सामने खड़ा हो गया है.

पैकेज में बाइट का क्रम

बाइट-- दुलारी बाई, स्थानीय निवासी
बाइट-- कैलाश बाई, स्थानीय निवासी
बाइट-- ममता बाई, स्थानीय निवासी
बाइट-- बिन्तोष बाई, स्थानीय निवासी
बाइट-- अशोक शर्मा, स्थानीय निवासी
बाइट-- छोटी बाई, स्थानीय निवासी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.