कोटा: रिश्वत के अलग-अलग मामले लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन रेलवे में एक अलग तरह का मामला सामने आया है. जिसमें रिश्वत लेने के दोषी की पेंशन को घटा दिया गया है. बता दें कि रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी की पेंशन घटाने का पहला मामला है. जिस कार्मिक की पेंशन में कटौती की गई है, वह रेलवे के कोटा माल डिब्बा मरम्मत कारखाना वर्कशॉप से सेवानिवृत्त वरिष्ठ खंड अभियंता (एसएससी) पद से सेवानिवृत्त रॉबर्ट डिमोलो है, जिनकी पेंशन में 5 फीसदी की कटौती कर दी गई है.
पेंशन घटाने के लिए रेलवे को लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा. इस काम में करीब 4 साल लग गए. रॉबर्ट पर कार्रवाई की फाइल ने पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्यालय जबलपुर और कोटा वर्कशॉप के बीच काफी चक्कर काटे. इसके बाद में नियमों के स्पष्टीकरण होने पर रॉबर्ट की पेंशन में कटौती के आदेश जारी कर दिए गए.
यह है पूरा मामला...
एक ठेकेदार ने 5 लाख 38 हजार रुपये की लागत से 3 हाइड्रोलिक मशीन खरीदी और वर्कशॉप में फरवरी 2016 में सप्लाई की. उनके बिलों के भुगतान के लिए वर्कशॉप के तत्कालीन सीडब्ल्यूएम प्रवीण कुमार तिवारी उन्हें चक्कर कटवा रहे थे. बाद में उन्होंने एसएससी पद से रिटायर्ड रॉबर्ट डिमोलो से मिलने के लिए कहा था. जिस पर डिमोलो ने 25 हजार रुपए की रिश्वत मांग की. इसकी शिकायत ठेकेदार ने सीबीआई जयपुर को कर दी.
पढ़ें: भरतपुर: ACB ने घूसखोर पटवारी पर कसा शिकंजा, 3 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा
इसके बाद सीबीआई ने कोटा के झालावाड़ रोड स्थित आईएल फैक्ट्री के बाहर रॉबर्ट डिमोलो को 25 हजार की रिश्वत ठेकेदार से लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद जांच पश्चिम मध्य रेलवे की विजिलेंस ने भी की और जांच में दोषी पाए जाने पर रॉबर्ट के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की गई. वर्कशॉप ने रॉबर्ट के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव जबलपुर भेज दिया था.