कोटा. जिले के एमबीएस अस्पताल में रूटीन के ऑपरेशन शुरू हो गए हैं, लेकिन मरीजों की कोरोना जांच पहले करवाई जा रही है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही ऑपरेशन किया जाता है. हालांकि नेत्र रोग विभाग में लापरवाही सामने आई है. जहां कोविड-19 की जांच रिपोर्ट आने के पहले ही मरीज का ऑपरेशन कर दिया गया और बाद में उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है.
वहीं, अब अस्पताल में हड़कंप मच गया. इस मामले में दो चिकित्सकों के साथ एक 12 लोगों के स्टाफ को क्वॉरेंटाइन किया गया है. अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में आई वार्ड और अग्रिम आदेश तक आई ऑपरेशन थिएटर को बंद किया है.
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जानकारी के अनुसार सुकेत निवासी 58 वर्षीय व्यक्ति को 4 जून को परिजनों ने एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया था. उसके कॉर्निया टियर (आंख पर घाव) था और उसके टांके लगने थे. मरीज की कोरोना जांच के लिए नमूना लिया गया, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन कर दिया. सोमवार को मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली. जिसके बाद दो चिकित्सक, एक दर्जन नर्सिंग कर्मियों सहित संविदा कर्मी को 5 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है.
जानकारी के अनुसार मरीज का ऑपरेशन करते समय डॉक्टरों ने पीपीई किट भी नहीं पहन रखा था. हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि चिकित्सकों को ओटी में आने वाले हर मरीज की कोविड की जांच करवाने और यदि कोविड-19 की जांच नहीं आती है, तो पीपीई किट पहनकर ही ऑपरेशन करने के लिए निर्देशित किया था. लेकिन इस इमरजेंसी केस में पहले ऑपरेशन हो गया है. फिलहाल नेत्र ओटी, वार्ड और ओपीडी कक्ष को सैनिटाइज करवा दिया गया है.