कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा के द्वारा विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त कॉलेज के प्रधानाचार्य/निदेशक को दिनांक 05 सितम्बर 2019 को पत्र लिखा गया था. पत्र में ऑड सेमेस्टर की फीस और ऑनलाइन फॉर्म सबमिशन की समय सारणी का ब्यौरा दर्शाया गया है. इसमें बताया गया है कि दिनांक 05 सितम्बर 2019 से लेकर 01 अक्टूबर 2019 तक एग्जामिनेशन फॉर्म बिना लेट फीस के भरे जा सकते हैं.
पत्र में खास तौर पर हिदायत दी गई कि जिस बैच के विद्यार्थियों को आज्ञा नहीं दी गई है वो आने वाले एग्जाम में बैठने के पत्र नहीं होंगे. क्योंकि उन्होंने तय समय में डिग्री पूरी नहीं की. कॉलेज यह सुनिश्चित करे की ऐसे विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म न भरे एवं उनके भरे हुए फॉर्म विश्वविद्यालय में न भेजे. इस नोटिस के बाद कॉलेज ने 2012 बैच या उससे पहले के एनरोलड सम्पूर्ण राजस्थान के हजारों विद्यार्थियों को अपने फॉर्म भरने से मना कर दिया एवं यह भी नहीं बताया की अब उनके भविष्य का क्या होगा जिसके फलस्वरूप कॉलेज से पास आउट विद्यार्थि जो किसी परिस्थितिवश अपने पेपर समय पर नहीं पास कर पाए के पास बैक पेपर निकलने का कोई अवसर शेष नहीं रहा.
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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हमारी मांगे नही मानी तो यूनिवर्सिटी के सामने धरना दिया जाएगा. इस के सन्दर्भ में अलग-अलग कॉलेज से आये सैकड़ों विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने आकर बात की. सुजीत ने विद्यार्थियों की और से बात रखते हुए कहा की विश्वविद्यालय ने सालों से विद्यार्थियों के पेपर समय से पूरे होने के बाद भी करवाए तो 2012 बैच या उसके बाद वाले विधर्थियों पर यह नियम क्यों लागू किया जा रहा है. इस पर परीक्षा नियंत्रक ने बात सुनते हुए कहा की आपकी बातों को कुलसचिव के माधयम से बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की मीटिंग जो में रखा जायेगा. यह मीटिंग सम्भवत: इसी महीने होगी यहां जो भी निष्कर्ष निकलेगा उससे अवगत करा दिया जायेगा.