कोटा. जिले में 6 घंटे पहले जन्मी एक नवजात सड़क किनारे लावारिस हालत में मिली है. मासूम बेटी का ना तो मां का पता और ना ही पिता का पता और ना ही उनके मिलने की उम्मीद है. यह बालिका सोमवार को आरकेपुरम थाना इलाके के नयागांव गुर्जर चोक से सटी दीवार के पास कपड़े में लिपटी मिली. सूचना पर आरकेपुरम थाना पुलिस और चाइल्ड लाइन के सदस्य मौके पर पहुंचे और बच्ची को ले जाकर जेकेलोन अस्पताल में भर्ती करावाया.
जेके लोन अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि मां का दूध तो पता नहीं एक बार भी मिला कि नहीं और बाहर का खाना भी ले सकती है. बेटी पैदा होने के करीब 5 से 6 घंटे बाद ही वहां रख दिया था, जब लोगों को बालिका के रोने की आवाज आई, तो लोगो ने उसे गोद में उठाया और चाइल्ड लाइन को फोन किया. फोन कॉल के बाद कोऑर्डिनेटर अलका अजमेरा, टीम के सदस्य नर्मदा और आरकेपुरम थाने के एएसआई मौके पर पहुंचे.
बालिका को जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जंहा पर उसका इलाज जारी है. बाद में बाल कल्याण समिति के आदेश से उसे अस्थाई आश्रय दिलवाया गया. बालिका पूरी तरह स्वस्थ्य है, लेकिन डॉक्टरों ने उसे अपनी देख रेख में रखा हुआ है. उसे दो दिनों तक अस्पताल में रखा जाएगा. वहीं, आरकेपुरम पुलिस ने अज्ञात परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.