कोटा. बीते दिनों महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने को लेकर विवादों में आई अमरावती से सांसद नवनीत कौर राणा शनिवार को पति रवि राणा के साथ कोटा दौरे पर आईं. उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि अग्निवीर बनाने की योजना केंद्र सरकार लेकर आई है. चार साल बाद इन अग्निवीरों के एग्जाम होंगे. इसके बाद उन्हें अन्य कई अवसर भी मिलेंगे. इनके लिए कोटा भी रखा गया है. सरकारी जॉब के अवसर कम थे, ऐसे में केंद्र सरकार ने यह योजना लाकर युवाओं को फायदा पहुंचाने का काम किया है. इस पर पीएम मोदी का अभिनंदन करना (Navneet Kaur Rana urges to thank PM Modi for Agnipath) चाहिए.
साथ ही उन्होंने कहा कि युवा इस मामले को लेकर विरोध में तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे हैं. लोकतंत्र की व्यवस्था में विरोध करना जायज है, लेकिन यह एक सीमा में रहकर होना चाहिए. राज्य व देश का नुकसान करके उसे पीछे ले जाकर कोई फायदा नहीं होने वाला है. अभी तक 260 युवाओं पर मुकदमा दर्ज हो गया है, जिस जॉब के लिए यह युवा लड़ रहे हैं, उसी को यह मुकदमे उनसे दूर कर देंगे. उन्होंने विपक्ष को इस मामले में घेरते हुए कहा कि राजनीतिक दल इस मामले में अपनी रोटियां सेक रहे हैं. हिंसा भड़काने में भी काफी हद तक कामयाब भी रहे हैं.
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राजस्थान की महिलाएं भी पढ़ें सीएम आवास के बाहर हनुमान चालीसा: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने के बयान के बाद उपजे विवाद पर उन्होंने कहा कि मुझे महाराष्ट्र सरकार ने यातनाएं दी हैं. देशद्रोह की धारा लगा दी गई और 14 दिन जेल में भी मुझे रखा गया. पहली बार हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर एक महिला के साथ ऐसा महाराष्ट्र में हुआ है. अगर बाला साहब ठाकरे होते, तो ऐसी पीड़ा महिलाओं के ऊपर नहीं होने देते. हम भी हनुमान चालीसा और संकट मोचन को तभी याद करते हैं, जब हमारे पर संकट आता है. उन्होंने राजस्थान की महिलाओं से भी आव्हान किया कि वे बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री निवास के बाहर जाकर हनुमान चालीसा पढ़ें.
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कौर ने भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा पर कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी पार्टी ने प्रवक्ता को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा ने इस पर माफी मांग ली और कहा है कि गलती से उन्होंने यह बात कह दी थी. अपना स्टेप पीछे लिया है. ऐसे में ज्यादा कोई गुनाह उन्होंने नहीं किया है. ऐसे कई गुनाहगार देश में फ्री घूम रहे हैं, जिन्होंने हमारे लोगों में हैट रेट बढ़ा दी है. उन पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई है. केवल नूपुर शर्मा के मामले पर ही दबाव की राजनीति की जा रही है.