कोटा. शहर के किसी भीड़-भाड़ वाले इलाके में अगर आग लग जाती है, तो भारी नुकसान और जनहानि होने की आशंका है. क्योंकि आग को काबू में करने और क्षति रोकने से जुड़े विभागों का रेस्पांस टाइम बहुत फिसड्डी है. ऐसे में वे मौके पर तो पहुंचेंगे. लेकिन तक तक कई लोग अपनी जिंदगी खो चुके होंगे. बात कर रहे हैं कोटा के अहलूवालिया मॉल में हुए मॉक ड्रिल की.
कोटा शहर के डीसीएम मेन रोड के अहलूवालिया मॉल पर मॉक ड्रिल किया गया था. प्रशासन और पुलिस ने आग लगने की सूचना दी थी. कहा गया था कि मॉल में आग लगने से कुछ लोगों की जलकर मौत हो गई है. लेकिन कई विभाग की टीमें यहां देर से पहुंची. ऐसे में विभागों पर अब कार्रवाई की जाएगी. पूछा जाएगा कि वे सूचना के बाद भी देर से क्यों पहुंचे.
12.30 पर दी थी सभी विभागों को सूचना
जिला पुलिस कंट्रोल रूम ने आज सभी विभागों को 12:30 बजे सूचना दी कि अहलूवालिया मॉल में आग लग गई है. इसमें कुछ लोगों की जलकर मौत भी हुई है. सूचना मिलने के बाद विभागों का पहुंचने का क्रम शुरू हुआ. सबसे पहले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन और उनके साथ कमांडो पहुंचे. इसके बाद विज्ञान नगर और गुमानपुरा थाना अधिकारी पहुंचे. अग्निशमन से जुड़े अधिकारी 12:42 और घटनास्थल पर पहली दमकल सब्जी मंडी अग्निशमन केंद्र से 12:43 पर पहुंची.
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घटनास्थल 1 किमी, यातायात पुलिस निरीक्षक पहुंचे 18 मिनट बाद
हालांकि घटनास्थल पर महज 1 किलोमीटर की दूरी में खड़ी हुई 108 एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 12:47 था. यातायात पुलिस के निरीक्षक 12:48 पर पहुंचे और उन्होंने रास्ते को डाइवर्ट करवाने का काम भी शुरू किया. इसके बाद बोरखेड़ा थाने से 12:49 पर दूसरी एंबुलेंस पहुंची. वहीं श्रीनाथपुरम से दूसरी दमकल 12:50 पर आग बुझाने पहुंची.
मॉल के फायर फायटिंग सिस्टम को भी चेक किया
अतिरिक्त जिला कलेक्टर आरडी मीणा का कहना है कि पुलिस और प्रशासन के संयुक्त कोऑर्डिनेशन से मॉक ड्रिल का आयोजन अहलूवालिया मॉल में रखा गया. सभी विभाग जो कोडिनेट करते हैं, उन्हें टाइम शेड्यूल के अनुसार कितनी देर में किस विभाग का रिस्पांस है, ये पता कर चेक किया गया है. मॉल के अंदर भी फायर फाइटिंग के किस तरह की सुविधा है और पूरे सिस्टम को चला कर चेक किया गया है. इन सभी बातों को देखते हुए जो लेट हुए हैं, उनसे पूछा जाएगा. सभी का समय नोट किया गया है. उनकी प्रारंभिक तैयारियां क्यों अपडेट नहीं थी
सबका टाइम चेक किया गया है
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने बताया कि समस्त विभाग जो भी आपदा से संबंधित हैं. पुलिस, प्रशासन, नगर निगम, सिविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड और चिकित्सा विभाग के कोआर्डिनेशन मॉक ड्रिल हुई है. सभी को टाइम से सूचना दी गई थी. यहां पर आने का टाइम भी चेक किया गया है. उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.
फिसड्डी विभागों पर होगी कार्रवाई
मॉक ड्रिल में फिसड्डी रहे विभागों का रिस्पांस टाइम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने नोट किया है. अब इन विभागों पर कार्रवाई होगी. प्रशासन का कहना है कि सभी विभागों से पूछा जाएगा कि आपदा को लेकर उनकी व्यवस्थाएं अपडेट क्यों नहीं थी, पहुंचने में टाइम क्यों लगा.