कोटा. गोबरिया बावड़ी मार्केट की दुकानों के अधिग्रहण और तोड़फोड़ के मामले को लेकर सोमवार को कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा जिला कलेक्टर से मिलने पहुंचे. उनके साथ गोबरिया बावड़ी व्यापार संघ के लोग भी थे. इसकी सूचना मिलने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में नयापुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
इसकी सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय भगवंत सिंह हिंगड़ भी मौके पर आए, लेकिन आज किसी भी तरह का कोई हंगामा नहीं हुआ. जिला कलेक्टर ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों से वार्ता की और उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा. बैठक में नगर विकास न्यास के सचिव राजेश जोशी भी मौजूद रहे.
कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि जिलाधीश उज्जवल राठौड़ से सौहार्दपूर्ण वार्ता हुई है. उन्होंने व्यापारियों की मांग को माना है, साथ ही सभी व्यापारियों और वहां के रहवासियों को मुआवजा देने की बात भी कही है. इसके अलावा जिन भी लोगों का मकान तोड़ा जाएगा, उन्हें पुनर्वास योजना के तहत मकान भी उपलब्ध कराया जाएगा.
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संदीप शर्मा ने कहा कि जो किराएदार बीते कई सालों से यहां पर अपना व्यापार चला रहे थे, उनके बारे में भी नगर विकास न्यास पूरी कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि वे जिला कलेक्टर राठौड़ के कदम से संतुष्ट है, जिसमें व्यापारियों की पूरी बात मानी जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अब लंबे दौर की बातचीत व्यापारियों और नगर विकास न्यास के अधिकारियों के बीच होगी कि किस तरह से उनका पुनर्वास और मुआवजा उन्हें मिले.
बता दें कि बीते शुक्रवार को गोबरिया बावड़ी में व्यापारी अपने घरों के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. जिनको पुलिस नगर विकास न्यास उठाकर ले गई थी. इस मामले में मौके पर पहुंचे विधायक संदीप शर्मा को पुलिस उपाधीक्षक चतुर्थ मुकुल शर्मा ने जाने नहीं दिया था, जिससे नाराज होकर विधायक संदीप शर्मा कलेक्टर के चेंबर में पहुंचे थे और उन्होंने धरना दे दिया था. इसका समर्थन करने के लिए रामगंजमंडी के विधायक मदन दिलावर भी आए थे. इस बात पर जिला कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि अगली बार इस तरह की घटना हुई तो टांगाटोली कर इन लोगों को बाहर निकाल देंगे.