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कोटा नगर निगम में घोटाला...फर्जी पत्र के आधार पर खोल दिया सीज मैरिज हॉल - मित्तल मैरिज होम

निगम में जो पत्र भेजा गया उसम मित्तल मैरिज हॉल को सैफ एवं सुरक्षित घोषित किया जाता है की टिप्पणी भी जोड़कर फर्जी लेटर पेश किया गया.

कोटा नगर निगम में घोटाला
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Published : Feb 12, 2019, 6:25 PM IST

Iकोटा. नगर निगम में अब एक पत्र घोटाला सामने आया है. जिसमें फर्जी पत्र के आधार पर नगर निगम के अधिकारियों ने सीज मैरिज हॉल को खोल दिया है. विद्युत विभाग के इस पत्र ने कोटा नगर निगम के अधिकारियों की कारगुजारी की पोल खोल कर रख दी है.

कोटा नगर निगम में घोटाला
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जानकारी के अनुसार एक मैरिज गार्डन जिसके ऊपर से 132 केवी की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, उसे पब्लिक के लिए असुरक्षित मानते हुए निगम प्रशासन ने इस गार्डन को सीज कर दिया था, लेकिन फिर भी निगम उपायुक्त श्वेता फागोड़िया ने राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड को एक पत्र लिख कर उक्त प्रकरण पर मार्गदर्शन मांगा, जवाब में आरवीयूएनएल के एसई डीके गुप्ता ने 16 अक्टूबर 2018 को पत्र लिख कर बताया की हाईटेंशन लाइन की वर्टिकल लेंथ 6.1 मीटर ज्यादा है, लेकिन निगम में जो पत्र भेजा गया उसम मित्तल मैरिज हॉल को सैफ एवं सुरक्षित घोषित किया जाता है की टिप्पणी भी जोड़कर फर्जी लेटर पेश किया गया.

निगम प्रशासन ने इसे आधार मानते हुए बिना जांच करें ही मित्तल मैरिज गार्डन को खोल दिया. अब जब विद्युत विभाग के एसई द्वारा जारी लेटर सामने आया है, तो निगम प्रशासन में हड़कंप मच गया है और अब कार्रवाही के नाम पर एफआईआर दर्ज करने की बात की जा रही है. सबसे बड़ा सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि आखिर जब सरकार के दो विभागों में सरकारी डाक के जरिये पत्रव्यवहार हो रहा है, तो फिर ऐसे संवेदनशील मामले में किसी बाहरी व्यक्ति के पत्र को क्यों स्वीकार कर लिया गया. वहीं निगम में नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका का कहना है कि ये गंभीर मामला है. हम पहले भी ये मामला उठाते रहे है और अब निगम में फर्जी पत्र आ रहे है इसकी जांच होनी चाहिए.

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Iकोटा. नगर निगम में अब एक पत्र घोटाला सामने आया है. जिसमें फर्जी पत्र के आधार पर नगर निगम के अधिकारियों ने सीज मैरिज हॉल को खोल दिया है. विद्युत विभाग के इस पत्र ने कोटा नगर निगम के अधिकारियों की कारगुजारी की पोल खोल कर रख दी है.

कोटा नगर निगम में घोटाला
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जानकारी के अनुसार एक मैरिज गार्डन जिसके ऊपर से 132 केवी की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, उसे पब्लिक के लिए असुरक्षित मानते हुए निगम प्रशासन ने इस गार्डन को सीज कर दिया था, लेकिन फिर भी निगम उपायुक्त श्वेता फागोड़िया ने राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड को एक पत्र लिख कर उक्त प्रकरण पर मार्गदर्शन मांगा, जवाब में आरवीयूएनएल के एसई डीके गुप्ता ने 16 अक्टूबर 2018 को पत्र लिख कर बताया की हाईटेंशन लाइन की वर्टिकल लेंथ 6.1 मीटर ज्यादा है, लेकिन निगम में जो पत्र भेजा गया उसम मित्तल मैरिज हॉल को सैफ एवं सुरक्षित घोषित किया जाता है की टिप्पणी भी जोड़कर फर्जी लेटर पेश किया गया.

निगम प्रशासन ने इसे आधार मानते हुए बिना जांच करें ही मित्तल मैरिज गार्डन को खोल दिया. अब जब विद्युत विभाग के एसई द्वारा जारी लेटर सामने आया है, तो निगम प्रशासन में हड़कंप मच गया है और अब कार्रवाही के नाम पर एफआईआर दर्ज करने की बात की जा रही है. सबसे बड़ा सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि आखिर जब सरकार के दो विभागों में सरकारी डाक के जरिये पत्रव्यवहार हो रहा है, तो फिर ऐसे संवेदनशील मामले में किसी बाहरी व्यक्ति के पत्र को क्यों स्वीकार कर लिया गया. वहीं निगम में नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका का कहना है कि ये गंभीर मामला है. हम पहले भी ये मामला उठाते रहे है और अब निगम में फर्जी पत्र आ रहे है इसकी जांच होनी चाहिए.

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Intro:कोटा .नगर निगम मैं अब पत्र घोटाला सामने आया है। विद्युत विभाग के इस पत्र ने कोटा नगर निगम के अधिकारियों की कार गुजारी की पोल खोल कर रख दी है ।कि किस तरह आंखें मूंदकर जिम्मेदार अधिकारी निगम में काम कर रहे हैं ।


Body: मामला एक मैरिज गार्डन का है। जिसके ऊपर से 132kv हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी उसे पब्लिक के लिए असुरक्षित मानते हुए निगम प्रशासन ने इस गार्डन को सीज कर दिया था। लेकिन फिर भी निगम उपायुक्त श्वेता फगेड़िया ने बिजली विभाग को एक पत्र लिख कर उक्त प्रकरण पर मार्गदर्शन मांगा। जवाब में बिजली विभाग के ऐसी डीके गुप्ता ने 16 अक्टूबर 2018 को पत्र लिखकर बताया कि हाई टेंशन लाइन की वर्टिकल लेंथ 6.1 मीटर ज्यादा है। लेकिन निगम में जो पत्र भेजा गया ।उसमे मित्तल मैरिज हॉल को सेफ एवं सुरक्षित घोषित किया जाता है कि टिप्पणी भी जोड़कर फर्जी लेटर पेश किया गया ।
सबसे बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि आखिर जब सरकार के 2 विभाग में सरकारी डाक के जरिए पत्र व्यवहार हो रहा है तो फिर ऐसे संवेदनशील मामले में किसी बाहर के व्यक्ति द्वारा किया गया पत्र क्यो स्वीकार किया गया ।


Conclusion:निगम प्रशासन ने इसे आधार मानते हुए बिना जांच करे ही मित्तल मैरिज गार्डन को खोल दिया। अब जब विद्युत विभाग के ऐसी द्वारा जारी लेटर सामने आया है। तो निगम प्रशासन में हड़कंप मच गया है और अब कार्रवाई के नाम पर एफआईआर दर्ज करने की बात की जा रही है। निगम में नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि यह गंभीर मामला है। हम पहले भी यह मामला उठाते रहे हैं और अब निगम में फर्जी पत्र आ रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।

नोट:- इस खबर के कुछ विजुअल व बाईट एफटीपी के माध्यम kota_nagar_nigam_patra_ghotala फोल्डर से भेजे गए है कृपया उसे भी काम मे ले लेवे।

बाइट :-अनिल सुवालका, नेता प्रतिपक्ष
बाईट:-जुगल किशोर मीणा, आयुक्त नगर निगम
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