Iकोटा. नगर निगम में अब एक पत्र घोटाला सामने आया है. जिसमें फर्जी पत्र के आधार पर नगर निगम के अधिकारियों ने सीज मैरिज हॉल को खोल दिया है. विद्युत विभाग के इस पत्र ने कोटा नगर निगम के अधिकारियों की कारगुजारी की पोल खोल कर रख दी है.
जानकारी के अनुसार एक मैरिज गार्डन जिसके ऊपर से 132 केवी की हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, उसे पब्लिक के लिए असुरक्षित मानते हुए निगम प्रशासन ने इस गार्डन को सीज कर दिया था, लेकिन फिर भी निगम उपायुक्त श्वेता फागोड़िया ने राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड को एक पत्र लिख कर उक्त प्रकरण पर मार्गदर्शन मांगा, जवाब में आरवीयूएनएल के एसई डीके गुप्ता ने 16 अक्टूबर 2018 को पत्र लिख कर बताया की हाईटेंशन लाइन की वर्टिकल लेंथ 6.1 मीटर ज्यादा है, लेकिन निगम में जो पत्र भेजा गया उसम मित्तल मैरिज हॉल को सैफ एवं सुरक्षित घोषित किया जाता है की टिप्पणी भी जोड़कर फर्जी लेटर पेश किया गया.
निगम प्रशासन ने इसे आधार मानते हुए बिना जांच करें ही मित्तल मैरिज गार्डन को खोल दिया. अब जब विद्युत विभाग के एसई द्वारा जारी लेटर सामने आया है, तो निगम प्रशासन में हड़कंप मच गया है और अब कार्रवाही के नाम पर एफआईआर दर्ज करने की बात की जा रही है. सबसे बड़ा सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि आखिर जब सरकार के दो विभागों में सरकारी डाक के जरिये पत्रव्यवहार हो रहा है, तो फिर ऐसे संवेदनशील मामले में किसी बाहरी व्यक्ति के पत्र को क्यों स्वीकार कर लिया गया. वहीं निगम में नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका का कहना है कि ये गंभीर मामला है. हम पहले भी ये मामला उठाते रहे है और अब निगम में फर्जी पत्र आ रहे है इसकी जांच होनी चाहिए.