कोटा. शहर पुलिस ने 16 वर्षीय नाबालिग का अपहरण व दुष्कर्म मामला और चोरी के आरोप में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें युवक, उसके माता-पिता और दो रिश्तेदार भी शामिल हैं. जिन्होंने इस पूरी घटना को अंजाम दिया है.
आरोपी के पीछे रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस पुलिस लगातार पांच दिन तक रही. जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में बालिका से दुष्कर्म की पुष्टि होने पर पॉक्सो एक्ट में मुकदमा (case registered in POCSO Act) दर्ज किया गया है, साथ ही अपरहण और चोरी की धाराएं भी जोड़ी गई हैं.
रेलवे कॉलोनी थाना अधिकारी मुनीन्द्र सिंह ने बताया कि 13 दिसंबर को एक फरियादी ने रिपोर्ट दी थी कि उनकी 16 वर्षीय पोती घर से गायब है और घर में रखे हुए 14 लाख 50 हजार रुपए भी नहीं मिल रहे हैं. इस पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की. इसके अनुसंधान में सामने आया कि छोटा सोगरिया भैरूजी के मंदिर के नजदीक रहने वाला अमन वर्मा नाबालिग को लेकर गया है. इसमें उसकी मां माया वर्मा और पिता राजू उर्फ राजेंद्र वर्मा ने भी सहयोग किया.
साथ ही अन्य रिश्तेदार करौली जिले के कुलदीप मेहरा और गोविंद वर्मा भी उसके साथ इस योजना में शामिल रहे हैं. अनुसंधान में सामने आया कि आरोपी अमन बालिका को लेकर इंदौर, उज्जैन, अजमेर, देवली, टोंक, जयपुर सहित कई जगह पर गया था. उसके बाद आरोपी को करौली के कुड़गांव से उसे दस्तयाब किया गया. साथ ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि अमन वर्मा के माता-पिता व रिश्तेदार गोविंद ने सोची-समझी साजिश के तहत ही नाबालिग लड़की का अपहरण उसके घर से किया. साथ ही वहां रखे हुए लाखों रुपए की चोरी भी की है.
जमानत से छूटते ही दोबारा दिया वारदात को अंजाम...
पुलिस ने बताया कि आरोपी अमन इस बालिका को दूसरी बार भगा कर लेकर गया है और उसके साथ दुष्कर्म किया है. इससे पहले भी जनवरी में वह बालिका को भगा कर लेकर गया था और उसके साथ दुष्कर्म किया था. उस समय उसे कोटा से ही गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. जमानत मिलने के बाद उसने दोबारा अपने माता-पिता के साथ मिलकर साजिश कर बालिका को भगाया.