कोटा. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा कोटा दौरे पर हैं. सर्किट हाउस में ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने प्रधानमंत्री के काफिले को रास्ता नहीं मिलने पर जांच की बात (Minister Parsadi Lal Meena Remark on PM Security Breach) कही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रास्ते को क्लीयरेंस नहीं मिलना दुखद है.
जांच तो होनी चाहिए
परसादी लाल मीणा का कहना है कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा को किसी तरह का कोई खतरा नहीं होना (Parsadi Lal On PM Security Breach) चाहिए. इस मामले में हमारे मुख्यमंत्री ने भी जांच की बात कही है. एसपीजी, सेंट्रल आईबी और इंटेलिजेंस से कहां चूक हुई या क्या गलती रही है, यह भी जांच का विषय है.सबको यह जानकारी है कि किसान आंदोलन पहले से चल रहा है. कौन से रूट पर किसान बैठे हुए हैं इसकी भी जानकारी एसपीजी (SPG) को लेनी चाहिए.
कम्यूनिकेशन गैप एक अहम वजह
पंजाब के डीजीपी और मुख्यमंत्री के फोन नहीं उठाने की बात पर परसादी लाल मीणा ने इस तरह की कोई जानकारी होने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को वापस लौटना पड़ा है, तो कहीं ना कहीं कम्युनिकेशन गैप रहा है.
पंचायत चुनाव में हार जनता का फैसला
पंचायत राज के चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार पर भी ईटीवी भारत में कोटा जिले के प्रभारी मंत्री परसादी लाल से सवाल पूछा. इस पर उन्होंने कहा जनता का फैसला हम स्वीकार करते हैं. चुनाव कमजोर और मजबूत होने का नहीं होता है। हमें यह फैसला स्वीकार है. साथ ही जहां पर भी कमी आ रही है, उनको दूर करने का प्रयास करेंगे.
बचाव के लिए वैक्सीन जरूरी
कोविड-19 के बढ़ते हुए खतरे पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल ने कहा कि राजस्थान ही नहीं पूरे देश और विश्व में कोविड-19 के मामले अचानक से बढ़े हैं. राजस्थान से ज्यादा महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में पॉजिटिव आ रहे हैं. लेकिन जिन लोगों को वैक्सीन की दो डोज लग गई है, उन्हें किसी तरह का कोई खतरा नहीं है.
ओमीक्रोन भारत सरकार की ढील का नतीजा
चिकित्सा मंत्री मीणा ने ओमीक्रोन की बढ़ती तादाद का ठीकरा एक तरह से केन्द्र सरकार पर फोड़ा है. विभिन्न स्टडीज का दावा कर उन्होंने जताने की कोशिश की है कि उनकी ओर से प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया डब्ल्यूएचओ एक्सपर्ट के अनुसार ओमीक्रोन या डेल्टा वेरिएंट से किसी को खतरा नहीं है. कोविड-19 के पॉजिटिव केस बढ़ने पर हम अब सख्ती कर रहे हैं. पहले विदेशों से जो लोग आ रहे थे उनमें से कुछ फीसदी लोगों की जांच भी की जा रही थी, लेकिन अब इस को बढ़ा दिया गया है. इसके लिए नई एसओपी जारी की गई है. विदेश से आने वाले लोगों के चलते ही ओमीक्रोन के केस भी राजस्थान में सामने आए हैं.
अस्पतालों के होंगे लाइसेंस रद्द
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कोटा जिले में लगातार चिरंजीवी योजना (Chiranjeevi Yojna Of Gehlot Government) में निजी अस्पतालों की शिकायत पर भी जिला कलेक्टर उद्योग राठौड़ को निर्देश दिए हैं. मीणा का कहना है कि कई शिकायतें आ रही हैं कि अस्पताल इलाज करने के बाद मरीजों के परिजनों को बिल पकड़ा देते हैं, जिनका भुगतान भी निजी अस्पताल ले रहे हैं, यह पूरी तरह से गलत है. चिरंजीवी योजना में कैशलेस उपचार ही मरीज का होना है.
लापरवाही बरतने वाले प्राइवेट अस्पतालों पर कार्रवाई की जाएगी. यह लोग मरीजों को फायदा नहीं दे रहे हैं, इनके लाइसेंस भी निरस्त किए जाएंगे. इसके साथ ही चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि 31 जनवरी तक सभी को वैक्सीन की दो डोज लेनी होगी, जो लोग ऐसा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई भी 1 फरवरी से की जाएगी.