कोटा: कोटा के बोरखेड़ा थाना इलाके में एक विवाहिता की मृत्यु 16 अगस्त को हुई थी. जिसको ससुराल पक्ष के लोगों ने उसी दिन दफना दिया था, लेकिन अब उसकी मृत्यु के 8 दिन बाद पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज किया है. परिवार वालों की शिकायत के आधार पर शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम भी करवाया जाएगा. विवाहिता के पीहर पक्ष के लोगों ने इस मामले में हत्या की रिपोर्ट दी है.
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मायके वालों के मुताबिक ससुराल वालों पर उन्हें शक है इसलिए मौत भी संदिग्ध है. इस मसले की गहनता से जांच करने के लिए बोरखेड़ा थाना पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक भीलवाड़ा के जहाजपुर इलाके के अमरगढ़ निवासी फिरोज बागवान ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी बहन रुखसाना की शादी 11 साल पहले रशीद से हुई थी. जो बोरखेड़ा थाना इलाके की मन्ना कॉलोनी निवासी है. शुरू से ही उसका सुसराल पक्ष, पति सहित काफी परेशान करते थे. उसके 6 और 4 साल के दो बच्चे भी हैं. पति रशीद बागवानी का काम करते हैं.
आरोप है कि रुखसाना के पति रशीद, सास-ससुर, दो ननदें और दोनों नंदोई तंग करते थे. फिरोज के मुताबिक उसके पीहर वालों को 16 अगस्त की दोपहर 3:00 बजे रुखसाना की मौत की सूचना मिली. और जब तक वो उसके जनाजे को कांधा देने की गर्ज से वहां पहुंचे, तब तक बहन को सुपुर्द ए खाक करने की तैयारी मुकम्मल हो चुकी थी और उनके (पीहर वालों) आते ही शव को बोरखेड़ा शमशान में दफना दिया गया. उन्हें इसी जल्दबाजी पर शक है. फिरोज के अनुसार उसकी बहन को ससुराल वालों ने काफी प्रताड़ित किया था, इसलिए उन्होंने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
सब इंस्पेक्टर भगवान सिंह का कहना है कि इस संबंध में हत्या का मुकदमा रशीद और उसके परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. साथ ही अब विवाहिता के शव को कब्र से निकलवाया जाएगा. इसके लिए एसडीएम से परमिशन ली (Permission Of SDM ) जाएगी. पूरे प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पोस्टमार्टम किया जाएगा और बाद में शव को दफना दिया जाएगा।