कोटा. शहर के विश्वकर्मा सर्किल के नजदीक ट्रांसपोर्ट नगर की 6 दुकानों में शनिवार आधी रात के बाद अचानक करंट दौड़ गया, जिससे वहां लगे हुए बिजली के सैकड़ों उपकरण जल गए. ये करंट एक निर्माणाधीन मकान के जरिए पास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से पहुंचा था. इस दौरान गनीमत ये रहेगी इन दुकानों में सोने वाले सेल्समैन और चौकीदार रात को मौजूद नहीं थे, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.
दरअसल, जिस तरह से दुकानों के उपकरण और अन्य सामान जलकर खाक हुए हैं, वहां अगर कोई व्यक्ति मौजूद होता तो उसकी मौत भी हो सकती थी. साथ ही दुकानदारों का यह भी कहना है कि अगर हादसा दिन में होता तो कई लोगों की मौत हो सकती थी.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि विश्वकर्मा सर्किल से सुभाष नगर की तरफ जाने वाली मार्ग पर एक दुकान का निर्माण चल रहा है, जिसकी दूसरी मंजिल के नजदीक से हाईटेंशन लाइन निकल रही है. ऐसे में मकान का निर्माण करवा रहे व्यक्ति ने लकड़ी की बल्ली से इस लाइन को दूर करवा दिया. साथ ही निर्माण का कार्य जारी था. शनिवार देर रात जब बारिश से लकड़ी गीली हो गई तो इसमें हाईटेंशन लाइन का करंट दौड़ने लगा.
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स्थानीय लोगों के मुताबिक ये करंट आस-पास के मकानों और दीवारों में भी पहुंच गया. यहां तक कि जिन भी आस-पास की दुकानों में करंट पहुंचा, वहां के बिजली के सभी मीटर जल गए हैं. कुछ में तो आग भी लग गई. इसके अलावा पंखे, ट्यूबलाइट, फ्रिज, कूलर और अन्य उपकरण जो बंद थे, लेकिन हाईटेंशन लाइन का करंट उन तक पहुंचने से सभी खराब हो गए हैं. यहां तक कि सीलिंग फैन में करंट पहुंचने से छत से जलकर नीचे जमीन पर गिर गए. यहां तक कि उसके आस-पास की फाल सीलिंग भी जलकर नीचे गिर गई. दुकानों में सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी जलकर खाक हो गए हैं. दुकानदारों ने इस संबंध में तीन शिकायत भी अनंतपुरा थाने को दी है. साथ ही इन लोगों ने निजी बिजली कंपनी केईडीएल और निर्माण में जुटे व्यक्ति को इस मामले के लिए दोषी बताया है.