कोटा. जिले की भामाशाह मंडी सहित हाड़ौती की सभी मंडियों में गुरुवार को व्यापारियों ने हड़ताल कर दी. जिससे मंडी में बिना सूचना के आए किसानों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी.
वहीं किसानों का कहना है व्यापारियों ने पहले तो ट्रॉलियों में गेहूं भरवा दिया और यहां आए तो मंडी बंद मिली. सुल्तानपुर से आए किसान भैरू लाल ने बताया कि रात को आढ़तिया से बात हुई थी तो उन्होंने मंडी में आने को बोला. जब यहां आए तो मंडी बंद मिली. सभी तरह से परेशान किया जा रहा है. रोज मौसम बिगड़ जाता है गेहूं भीगने की भी आशंका बनी रहती है.
पांच हजार किराया देकर ट्रैक्टर लेकर आए
किसानों ने बताया कि गांव से मंडी में गेहूं लाने के लिए 5 हजार रुपये देकर ट्रैक्टर-ट्राली किराए पर लिया. साथ ही ट्रॉली में गेहूं भराई के लिए भी 800 रुपए दिए गए. अब खाली करने के भी इतने ही देने पड़ेंगे. किसानों ने ये भी बताया कि देर रात से ही भूखे-प्यासे मंडी के गेट पर खड़े है. अब उनके बीच असमंजस की स्तिथि है की करें तो क्या करें.
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मंडी समिति के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी किया था. जिसमें कहा था कि किसान कल्याण कोष फीस 200 प्रति सैकड़ा लेने के विरोध में कोटा ग्रेन मर्चेंट और जयपुर व्यापार महासंघ ने आव्हान पर मंडिया बंद की गई है. उन्होंने बताया कि एफसीआई का टोकन का गेहूं आ रहा है. ये चालू रहेगा बाकी जो ट्रेड है वो बंद रहेगा.