कोटा. शहर के बोरखेड़ा थाना इलाके की महालक्ष्मीपुरम सोसायटी की बिल्डिंग में रहने वाले एक व्यक्ति को तेज आवाज में बज रहे डीजे पर आपत्ति जताना भारी पड़ गया. सामने वाले फ्लैट में मौजूद लोगों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे जमकर पीटा. इसके अलावा उसकी पत्नी के साथ भी युवकों ने हाथापाई शुरू कर दी. साथ ही पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी शिकायत के बावजूद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया.
इस मामले में पुलिस का कहना है कि गुरुवार रात को ही कार्रवाई करते हुए मौके पर मिले देवेंद्र और प्रतीक सहित दो तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया था. फ्लैट निशा गोरी नाम की महिला का है. उसे भी शांतिभंग में गिरफ्तार किया था. इस मामले में उन्होंने पीड़ित हेमेंद्र का मेडिकल करवा दिया है. साथ ही उसकी शिकायत पर मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है. जिसके आधार पर ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बेटी को सोने में हो रही थी दिक्कत
पीड़ित हेमेंद्र ने यह भी आरोप लगाया है कि पहले से वहां पर कई लोग आते-जाते रहते थे. लेकिन उन्होंने कभी भी आपत्ति नहीं जताई. जब तेज आवाज में डीजे बज रहा था और उनकी बेटी सो रही थी तो, उन्होंने पहले बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड को फोन करके इस संबंध में जानकारी दी और इस आवाज को कम करवाने के लिए कहा था.
साथ ही तेज आवाज में डीजे बजा रहे लड़कों से भी रिक्वेस्ट की थी, लेकिन लड़के बढ़ गए और उनके घर में ही आकर उनके साथ मारपीट करने लगे. इस दौरान उनकी पत्नी के साथ भी उन लड़कों ने मारपीट कर दी. पीड़ित का कहना है कि राजस्थान में महामारी की रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा प्रदेश सरकार ने लगवाया हुआ है. इसके बावजूद यह लोग महालक्ष्मीपुरम के फ्लैट में कैसे पहुंच गए, जो कि शहर के अन्य इलाके में रहते हैं.