कोटा. सूबे की सियासत को लेकर राजस्थान में पिछले 2 सप्ताह से राजनीति उठापटक का दौर जारी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायकों ने राजभवन का घेराव किया. इस मामले को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता रामगंजमंडी के विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूरे मंत्रिमंडल सहित कांग्रेस विधायकों पर निशाना साधा है.
दिलावर ने कहा कि राजभवन में धरने पर बैठने की घटना कांग्रेस की सुनियोजित चाल का हिस्सा है. गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए दिलावर ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया और कहा कि सीएम गहलोत राजभवन को बंधक बनाना चाहते हैं. महामहिम राज्यपाल राजस्थान प्रदेश में संविधान के मुखिया हैं. ऐसे में विधायकों का जबरन राजभवन में धरने पर बैठना और राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यह कहना कि गहलोत तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं. इस बात का साफ संकेत है कि संविधान को प्रदेश में खतरा उत्पन्न हो गया है.
पढ़ें- मदन दिलावर का गहलोत पर तंज, कहा- जिन्हें आप बकरे कह रहे हैं, वे आपके माननीय विधायक हैं
विधायक दिलावर ने कहा कि सरकार के मुखिया अशोक गहलोत खुद विधायकों को राज्यपाल के खिलाफ उकसा रहे हैं. साथ ही गहलोत का यह कहना है कि प्रदेश की जनता राजभवन को घेरेगी और कोई घटना घट गई तो उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी. ऐसे में इसका सीधा-सीधा अर्थ यह है कि गहलोत प्रदेश की जनता को उसका रहे हैं और जनता को राजभवन के ऊपर सीधा-सीधा हमला करने के लिए कह रहे हैं. इससे प्रदेश में गंभीर संवैधानिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है. ऐसे में संविधान की रक्षा के लिए संवैधानिक मुखिया राज्यपाल की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है. इसके लिए उन्होंने भारत सरकार से तत्काल केंद्रीय सुरक्षा बल के जरिए राजभवन को सुरक्षा देने की मांग की है.
दिलावर ने मांग की है कि पुलिस महानिदेशक राजस्थान खुद संज्ञान लें और एफआईआर दर्ज करें. दिलावर ने यह भी कहा कि कांग्रेसी विधायकों का मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिना किसी पूर्व सूचना के राजभवन में बैठना और संघर्ष की चुनौती देना खुल्लम-खुल्ला भारतीय सविधान को चुनौती देना है. भाजपा विधायक दिलावर ने मांग की है कि राजभवन में धरने पर बैठे सभी कांग्रेसी विधायकों के खिलाफ राजकार्य में बाधा और संविधान को चुनौती देने वाले विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जाएं. गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश की कांग्रेस पार्टी को उसके विधायक पूरी तरह से असफल हो गए हैं और असुरक्षित महसूस कर राजभवन को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं.
दिलावर ने कहा कि गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं जो इतने घबराए हुए क्यों है. आराम से सरकार चलाएं उनसे कौन कह रहा है कि आप दबड़े में बंद रहो और विधायकों को बंधक बनाओ? विधायक दिलावर ने कहा कि गहलोत से प्रदेश की कानून व्यवस्था, अपराध और कोरोना की गंभीर बीमारी से स्थिति संभल नहीं रही है. इसलिए अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए राजभवन को निशाना बना रहे हैं.
पढ़ें- स्वतंत्रता दिवस पर जिला स्तरीय आयोजन को लेकर हुई बैठक, इन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
दिलावर ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि गहलोत की ओर से बंधक बनाए गए विधायकों में से दो से तीन उम्रदराज विधायक बीमार है. उन्हें सांस लेने में तकलीफ बताई जा रही है जो कि कोरोना संकेत है. ऐसे में विधायकों और उनकी तीमारदारी में लगे प्रशासनिक अमले में कोरोना संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो गया है. प्रदेश में तो सरकार जनता को कोरोना से बचाने में पूरी तरह से विफल साबित हो गई है, लेकिन लापरवाही के चलते विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों में संक्रमण फैला गया तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. विधायक दिलावर ने मांग की है कि विधायकों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाए और सभी बंधक बनाए गए विधायकों की कोरोना जांच भी करवाई जाए.