कोटा. हाड़ौती में 1,15,000 हेक्टेयर एरिया में लहसुन का उत्पादन हुआ है. इसमें 7 लाख मीट्रिक टन की बंपर आवक हुई है. इसके चलते लहसुन के दाम काफी नीचे गिर कर 2 से 30 रुपए किलो हो गए हैं. इसे देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया को फोन किया. साथ ही कहा कि बाजार हस्तक्षेप योजना (Market Intervention Scheme for garlic production) के तहत लहसुन खरीद के प्रस्ताव तैयार करवाकर प्रदेश से केंद्र को (Speaker asked Kataria to send proposal for garlic buying) भिजवाएं. इस प्रस्ताव को 7 दिन में स्वीकृत करवाया जाएगा.
बिरला ने कहा कि लहसुन की उत्पादन लागत करीब तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल है. जबकि किसानों का दावा है कि बाजार में लहसुन के भाव इससे काफी कम मिल रहे हैं. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. बिरला ने बताया कि कटारिया ने भी स्वीकार किया कि लहसुन के दामों में गिरावट के कारण किसानों की परेशानी की जानकारी उन्हें भी है. ऐसे में स्पीकर बिरला ने कहा कि बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत किसानों को राहत दी जा सकती है.
पढ़ें: कोटा में लहसुन का बंपर उत्पादन, दाम हुए धड़ाम...मंडी में छोड़ने को मजबूर किसान
इससे पहले भाजपा देहात किसान मोर्चा के देहात अध्यक्ष योगेंद्र नन्दवाना अलकू और संयुक्त किसान मोर्चा के दुलीचंद बोरदा के नेतृत्व में अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल में स्पीकर बिरला से मुलाकात की थी. जिसमें बताया था कि मौजूदा भावों से किसान मायूस हैं. कई ऐसे किसान हैं जो कर्ज में डूब चुके हैं. कोटा में किसानों को लहुसन के सही दाम नहीं मिलने के चलते कई किसान लहसुन फेंकने को मजबूर हैं.ऐसे किसानों की मदद के लिए स्पीकर बिरला पहल कर कोई कदम उठाएं.