कोटा. कोरोना के कारण परिवार खो चुकीं तीन बेटियों की मदद के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आगे आए हैं. उन्होंने तीनों के लिए 25-25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की. इसके अलावा कहा कि बेटियों की और जो भी आवश्यकताएं होंगी उनकी पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.
सुभाष नगर निवासी मैना के दिव्यांग पिता चंद्र मोहन बैरवा का गत 24 मई को कोरोना से निधन हो गया. उसकी मां की मृत्यु भी करीब 15 वर्ष पूर्व हो चुकी थी. ऐसे में मैना के सिर से माता-पिता का साया उठ गया. इसकी जानकारी मिलने पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने उसे 25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है.
इसके अलावा जनसहयोग से और सहायता दिलवाने की भी बात कही. बिरला ने कहा कि बेटी जिस भी स्कूल में पढ़ना चाहेगी उसकी शिक्षा की व्यवस्था करेंगे. उसको अपनी आजीविका अर्जित करने के लिए भी सक्षम बनाया जाएगा. इसके लिए उसकी रूचि के अनुरूप कौशल विकास विभाग से प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी.
इसी तरह नयापुरा मुक्मिधाम रोड निवासी अजय सक्सेना का गत 27 अप्रेल को कोरोना से निधन हो गया था. कुछ दिन पूर्व उनकी पत्नी विमलेश की भी ब्लैक फंगस के संक्रमण से मृत्यु हो गई. अब परिवार उनकी दो बेटियां मीनाक्षी और तोषिका ही रह गई हैं. इन दोनों बेटियों को भी लोकसभा अध्यक्ष बिरला 25-25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता देंगे. इसके अलावा भी उनकी ओर से जिस भी मदद के लिए कहा जाएगा उसको यथा संभव पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.
बिरला ने एफसीआई, राजफेड और तिलम संघ के अधिकारियों को दिए निर्देश
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एफसीआई, राजफेड और तिलम संघ के अधिकारियों को मानसून आने से पहले कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के किसानों का सारा गेहूं तोल लेने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि खरीद प्रक्रिया को ओपन कर दिया जाए ताकि किसान उसकी इच्छानुसार कभी अपना गेहूं तुलवा सकें. वे शुक्रवार को तीनों एजेसियों के अधिकारियों के साथ कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में गेहूं खरीद की समीक्षा कर रहे थे.
भुगतान में नहीं हो देरी
बैठक के दौरान लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने किसानों को खरीदे गए गेहूं के भुगतान की भी जानकारी मांगी. एफसीआई के अधिकारियों ने बताया कि वे 25 मई तक खरीदे गए गेहूं का भुगतान कर चुके हैं. राजफेड ने 22 मई जबकि तिलम संघ ने 15 मई तक खरीदे गए गेहूं का भुगतान किया है. इस पर बिरला ने राजफेड और तिलम संघ के अधिकारियों से भुगतान प्रक्रिया मे तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि एफसीआई की तरह गेहूं खरीद के दो दिन के भीतर किसानों को भुगतान हो जाना चाहिए.