कोटा. शहर में सड़क पर घूम रहे आवारा मवेशी लंबे समय से दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं. इसका समाधान नगर निगम भी नहीं निकाल पाया है. नगर निगम के पास इतना बड़ा अमला होने के बावजूद वो इन आवारा जानवरों को शहर से बाहर नहीं कर पाया है.
काफी बड़ी संख्या में नगर निगम इन मवेशियों को गौशाला तो पहुंचाता है, लेकिन वापस झुंड के झुंड ही शहर की सड़कों पर घूमते नजर आते हैं. अब वार्ड नंबर 67 कोटा दक्षिण के निवासियों ने भी एक नायाब तरीका इन गायों और आवारा मवेशियों से निजात पाने का निकाला है.
महावीर नगर विस्तार योजना और टीचर्स कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर ही इन्हें पकड़कर बांधना शुरू कर दिया है. स्थानीय पार्षद भानुप्रताप गौड़ का कहना है कि नगर निगम चुनाव को निकले 4 महीने से ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी भी नगर निगम में इन आवारा मवेशियों की समस्या सुनने वाला कोई भी नहीं है. कई बार कहने के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है. जब भी शिकायत करते हैं, तो निगम की काऊ कैचर टीम और वाहन मौके पर आ जाते हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता है.
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सड़क पर निकलने वाले छोटे बच्चों पर यह मवेशी हमला कर देते हैं. जिससे वे चोटिल भी हो रहे हैं. साथ ही मवेशियों के एकाएक अचानक से सड़क पर दौड़ते हुए आने से कई वाहन चालक भी दुर्घटना ग्रसित हो चुके हैं. जिसके कारण लोगों को गंभीर चोटें भी लगी है. आवारा जानवरों से निजात पाने के लिए पहले इन्हें बांधने का क्रम शुरू किया है. अगर जरूरत पड़ी तो इन्हें नगर निगम की गौशाला में हम खुद ही पहुंचाएंगे.