कोटा. शहर में सीवरेज डालने के काम के दौरान आज दोपहर करीब 3:30 बजे सड़क पर मिट्टी की खोदाई के दौरान हादसा हो गया. मिट्टी ढहने से वहां काम कर रहे एक मजदूर की मलबे में दबने से मौत हो गई. हादसा बारां रोड स्थित बोरखेड़ा में पेट्रोल पंप के नजदीक हुआ.
कोटा में नगर विकास न्यास की सीवरेज विंग ने सीवर लाइन डालने के लिए बड़ा गड्ढा जेसीबी व अन्य मशीनों से खोदा था. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के नाहल गांव निवासी मजदूर दानिश (22) और असलान अंदर गड्ढे में कार्य कर रहे थे. इसी दौरान गड्ढे के पास में पड़ी मिट्टी अचानक ढह गई और दानिश उसमें दब गया.
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आनन-फानन में असलान, जुनैद, हैदर, जीशान व अन्य मजदूरों ने उसे निकालने की कोशिश शुरू की. बाद में सुपरवाइजर ने जेसीबी की मदद से दूसरे मजदूरों को अंदर भेजा. मजदूरों ने पहले ढही हुई मिट्टी को हटाया और फिर बाद में जेसीबी की सहायता से दानिश को बाहर निकालकर निजी अस्पताल ले जाया गया. यहां से उसे एमबीएस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. एमबीएस अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने दानिश को मृत घोषित कर दिया.
मिट्टी हटाने में लगा समय, जिससे हो गई दानिश की मौत
मृतक के साथ नीचे गड्ढे में काम कर रहे मजदूर असलान का कहना है कि हम नीचे 10 फीट गहरे गड्ढे में काम कर रहे थे तभी मिट्टी नीचे गिर गई थी. इसके चलते दानिश दब गया, जबकि मैं थोड़ा दूर हो गया था, इससे मैं बच गया था. दानिश को निकालने के लिए हम सब ने पहले मिट्टी हटाई, बाद में मशीन की मदद से उसे बाहर निकाला, लेकिन उसे मिट्टी में दब जाने के चलते सांस नहीं आया था. उसे निकालने में करीब 20 से 25 मिनट का टाइम लग गया, इसके चलते ही दानिश की मौत हो गई. उसे जब अस्पताल लेकर गए, तब भी वह कुछ बोल रहा था, लेकिन बाद में उसने दम तोड़ दिया.
यूआईटी बोली- मोबाइल गिरने के बाद गड्डे में गया था दानिश
यूआईटी के अधिशासी अभियंता सीपी शुक्ला का कहना है कि मृतक दानिश गड्ढे के अंदर काम नहीं कर रहा था. वह अपना मोबाइल गिर जाने के बाद नीचे गड्ढे में मोबाइल लेने के लिए उतरा था और उसी दौरान मिट्टी ढह गई जिससे कि यह हादसा हुआ है. इसमें किसी भी की भी कोई गलती नहीं है, न तो संवेदक इसके लिए जिम्मेदार है और न ही नगर विकास न्यास की गलती है. मृतक का कोई भी परिजन कोटा में नहीं था, केवल उसके साथ काम करने वाला उसका चचेरा भाई और अन्य साथी ही थे. ऐसे में नगर विकास न्यास ने कुछ मुआवजा भी संवेदक की तरफ से परिजनों के लिए दिलवाया. साथ ही मृतक के दोस्त और चचेरा भाई ही पोस्टमार्टम के बाद दानिश के शव को लेकर लेकर यूपी चले गए हैं.